दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की करीबी मित्र वी. के़ शशिकला और उनके परिजनों को ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से बाहर निकालने के लिए कभी ‘धर्मयुद्ध’ शुरू करने वाले तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम (ओपीएस) पार्टी नेतृत्व के लिए जारी संघर्ष के बीच शशिकला के भतीजे टी वी दिनाकरन के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं।
अपदस्थ समन्वयक ओपीएस एक छोटे गुट का नेतृत्व करते हुए अम्मा (दिवंगत जे जयललिता) के वफादारों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि अन्नाद्रमुक के प्रबल गुट का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी पर पार्टी में दोहरे नेतृत्व को लेकर दबाव बढ़ाया जा सके।हालांकि, पलानीस्वामी ने मेल-मिलाप के सारे रास्ते बंद कर दिये हैं और जोर देकर कहा है कि अन्नाद्रमुक को निष्क्रिय बनाने वाले ओपीएस और उनके कुछ समर्थकों का पार्टी में कोई स्थान नहीं है।
अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) के महासचिव दिनाकरन ने कहा, ‘‘दो पत्तियों वाले चुनाव चिह्न के बिना अन्नाद्रमुक कुछ भी नहीं है और वह 2024 के लोकसभा चुनावों में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) से प्रतिस्पर्धा कर पाने की स्थिति में नहीं होगी।दिनाकरन ने दावा किया कि न केवल पार्टी कार्यकर्ता, बल्कि जनता भी इस चुनाव चिह्न को पूरी तरह से वापस लाने वाले नेतृत्व का समर्थन करेगी।स्थिति भांपने के उद्देश्य से पन्नीरसेल्वम ने शुक्रवार को अन्नाद्रमुक के सभी गुटों को एकजुट बनाने के लिए दिनाकरन से मिलने की इच्छा व्यक्त की थी।पन्नीरसेल्वम ने कहा, ‘‘अगर दिनाकरन से मिलने का मौका मिला तो मैं उनसे मिलूंगा।’’