महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया। वहीं इस मुलाकात को लेकर संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि क्या राजनीति पर चर्चा करना पाप है?
शिवसेना नेता ने कहा कि अगर दो राजनीतिक नेता मिलते हैं तो वे देश से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हैं, जैसे जम्मू-कश्मीर, चीन, पाकिस्तान, कोविड-19 आदि। वहीं इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इस मुलाकात को लेकर मंगलवार को कहा कि जब दो राजनीतिक दलों के बड़े नेता साथ बैठते हैं तो राजनीतिक चर्चाएं होती हैं, चाय-बिस्किट पर नहीं।
बता दें कि बीते शनिवार को संजय राउत ने मुंबई स्थित एक होटल में फडणवीस से मुलाकात की। राउत पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बंटवारे के फार्मूले को लेकर भाजपा विरोधी रुख के लिए सुर्खियों में थे। महाराष्ट्र भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ” राउत ने (शिवसेना के मुखपत्र) सामना के लिए फडणवीस का साक्षात्कार लेने की इच्छा व्यक्त की थी और इसी बारे में चर्चा करने के लिए यह मुलाकात हुई थी।”
प्रवक्ता ने कहा, “फडणवीस ने राउत से कहा है कि वह बिहार में चुनाव प्रचार करके लौटने के बाद उन्हें साक्षात्कार देंगे। इस भेंट का कोई राजनीतिक संदर्भ नहीं है।”शिवसेना और भाजपा ने पिछले साल विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद सत्ता में साझेदारी को लेकर उद्धव ठाकरे नीत पार्टी भाजपा का साथ छोड़ गई थी और राकांपा तथा कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी।