राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हिंदुत्व और लिंचिंग को लेकर दिए गए बयान पर राजनीति शुरू हो गयी है। सोमवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बाद अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
नकवी ने कहा कि देश और समाज को लेकर संघ के विचार हमेशा ऐसे रहे हैं, लेकिन संघ के विचारों पर विरोधियों के दुष्प्रचार हावी रहे हैं। 1998 तक दूरदर्शन और AIR जैसे प्राचार माध्यमों पर संघ के विचारों पर अधिकृत रूप से प्रतिबंध लगा हुआ था
उनोहने कहा है कि इस वजह से संघ के बारे में दुष्प्रचार करने वाली ताकतें हावी रहती थीं। जब इस तरह के विचार जनता के बीच आएंगे तो स्वाभाविक है कि ‘गुमराही गैंग’ के पेट में दर्द होगा क्योंकि उसने खासतौर से मुस्लिम समाज में संघ को लेकर ऐसा माहौल परोसा था,अब वे एक्सपोज हो रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के ताजा बयानों के परिप्रेक्ष्य में ट्वीट के जरिए उन्हें सलाह दी हैं। सिंह ने ट्वीट के जरिए भागवत के हिंदू मुस्लिम एकता और भारतीयों के डीएनए के संबंध में आए ताजा बयानों के परिप्रेक्ष्य में लिखा है ‘मोहन भागवत जी, यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदी शाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?‘ कांग्रेस नेता ने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा है‘ यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं, तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ति किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें।
यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें। शुरूआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021
शुरूआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें।‘ सिंह ने साथ में यह भी लिखा है कि उन्हें मालूम है कि भागवत ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि उनकी कथनी और करनी में अंतर है। सिंह के मुताबिक भागवत ने सही कहा है कि पहले हम सब भारतीय हैं, लेकिन पहले यह उन्हें अपने शिष्यों को समझाना होगा।भागवत का ताजा बयान आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हिंदू मुस्लिम अलग नहीं हैं और सभी भारतीयों का डीएनए एक है।