कोविड-19 लॉकडाउन के बीच कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह क्षेत्र ग्वालियर में उनके जयविलास पैलेस के बाहर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लापता के पोस्टर लगाए और उनको खोजकर लाने वाले को 5,100 रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की है। भाजपा नेताओं ने इस मामले में तुरंत झांसी रोड पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने पोस्टर लगाने वाले कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया और कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस के स्थानीय नेता सिद्धार्थ सिंह राजावत को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।
सिंधिया की तस्वीर वाले इस पोस्टर में लिखा है ‘तलाश है गुमशुदा जन सेवक की’। झांसी रोड पुलिस थाना इलाके के नगर पुलिस अधीक्षक एम राजोरिया ने कहा, ”सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर लगाने के मामले में भाजपा नेताओं की शिकायत पर कांग्रेस के स्थानीय नेता सिद्धार्थ सिंह राजावत एवं कुछ अन्य लोगों के खिलाफ भादंवि की 188 और 505(1-सी) के तहत झांसी रोड पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।” उन्होंने कहा, ”राजावत को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। अन्य लोगों की तलाश जारी है।” रविवार को कांग्रेस नेता सिद्धार्थ सिंह राजावत अपने कुछ साथियों के साथ जयविलास पैलेस स्थित सिंधिया के महल के पास पहुंचे और उन्होंने वहां दीवार और बोर्ड पर सिंधिया के लापता होने के पोस्टर लगाने शुरू कर दिए।
पोस्टर लगाते हुए राजावत ने कहा, ”अपने को जनसेवक बताने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले तीन महीनों से गायब हैं और ग्वालियर भी नहीं आए हैं। पहले तो उन्होंने अतिथि शिक्षकों के मानदेय के मामले में सड़क पर आकर संघर्ष करने की चेतावनी उस समय की कांग्रेस सरकार को दी थी, लेकिन अब वह लापता हो गए हैं।” उन्होंने कहा, ”इस समय कोरोना वायरस के संकट में प्रवासी मजदूर पैदल घर जा रहे हैं और उनकी सेवा करने की बजाय वह गायब हैं। इसलिए ये पोस्टर लगाए गए हैं और जो उनको खोजकर लाएगा, उसे 5,100 रुपये का इनाम दिया जाएगा।” इस प्रकार के पोस्टर लगाने के बाद राजनीति गर्म होने लगी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। भाजपा जिलाध्यक्ष ग्वालियर कमल माखीजानी तुरंत पुलिस के पास पहुंच गए।
भाजपा जिलाध्यक्ष माखीजानी ने कहा, ”सिंधिया भाजपा के प्रमुख नेता हैं और उनके साथ इस प्रकार की बदतमीजी सहन नहीं होगी। यदि उनकी पार्टी के नेताओं के साथ ऐसा व्यवहार किया गया तो भाजपा कार्यकर्ता इसका जबाव देंगे।” उल्लेखनीय है कि 18-19 मई की मध्यरात्रि में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ एवं उनके सांसद बेटे नकुलनाथ के लापता होने के पोस्टर लगे थे और उनके इस गढ़ में इन दोनों नेताओं को लाने वाले व्यक्ति को 21,000 रूपये इनाम देने का ऐलान किया गया था। वहीं, इससे पहले कुछ कांग्रेस नेताओं ने भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के उनके निर्वाचन क्षेत्र से गायब होने के बारे में फेसबुक पर एक पोस्टर ‘‘गुमशुदा की तलाश’’ लगाया था और कहा कि जो लोग सांसद को भोपाल लेकर आएंगे और उन्हें जनता के काम में लगाएंगे, उन लोगों को जनता दिल से शुभकामनाएं देगी।