फ्रांस के नीस शहर में हुए आतंकी हमले के बाद देश के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस्लाम पर जो विवादित टिप्पणी दी उसका असर भारत में भी दिखाई दिया। मध्य प्रदेश के भोपा, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और महाराष्ट्र के मुंबई में भी राष्ट्रपति मैक्रों के खिलाफ ज़बरदस्त प्रदर्शन हुआ। मुंबई की सड़कों पर इमैनुएल मैक्रों के पोस्टर लगाए गए।
हालांकि पुलिस ने करवाई करते हुए सभी पोस्टरों को सड़कों पर से हटा दिया। अधिकारी ने बताया कि भिंडी बाजार क्षेत्र में राहगीरों और मोटर चालकों ने मैक्रों के सैकड़ों पोस्टर चिपके देखे जो फ्रांस में एक कार्टून विवाद को लेकर मुस्लिम देशों की आलोचना का सामना कर रहे हैं। ये पोस्टर बृहस्पतिवार शाम जेजे फ्लाईओवर के नीचे मोहम्मद अली रोड पर चिपकाये गए थे।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वाहन पोस्टर के ऊपर से गुजरते दिखे थे। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता एस चैतन्य ने घटना की पुष्टि की और कहा कि पायधुनी पुलिस ने इस बारे में सूचना मिलते ही पोस्टर हटा दिये। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का तीसरा हमला है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस हमले को लेकर कहा कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिससे आज पूरी दुनिया में संकट में है। उनके इस बयान के खिलाफ विश्व के सभी इस्लामिक देशों प्रदर्शन होने लगे।
इस हमले का आरोपी ट्यूनिशियाई नागरिक है। उसका जन्म 1999 में हुआ था। वह 20 सितम्बर को लैंपड्यूसा के इतालवी द्वीप पहुंचा था और नौ अक्टूबर को दक्षिणी इटली के एक बंदरगाह शहर बारी पहुंचा। ट्यूनीशिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘टीएपी’ ने आतंकवाद रोधी अभियोजक कार्यालय के हवाले से बताया कि ट्यूनीशियाई व्यक्ति द्वारा देश की सीमा के बाहर कथित तौर पर आतंकवादी वारदात को अंजाम देने के मामले में जांच शुरू कर दी गई है।