राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ पत्रकार एम.पी. वीरेंद्र कुमार (84 ) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उनके निधन पर सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार दुख जताते हुए कहा कि एम पी वीरेंद्र कुमार का निधन राजनीति और पत्रकारिता जगत को बड़ा नुकसान है। वीरेंद्र कुमार ने कोझिकोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली।
वीरेंद्र कुमार प्रमुख मलयाली दैनिक मातृभूमि के प्रबंध निदेशक और पीटीआई निदेशक मंडल के सदस्य थे। मलयाली लेखक-पत्रकार और राज्यसभा सदस्य एमपी वीरेंद्र कुमार का गुरुवार को कोझिकोड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है।
जावडेकर ने ट्वीट किया, ‘‘एम पी वीरेंद्र कुमार एक विद्वान राजनीतिज्ञ, समाजवादी, लेखक और पत्रकार थे। केंद्रीय श्रम मंत्री के रूप में वह श्रमिकों के कल्याण के लिए खड़े रहे। मातृभूमि के सीएमडी के रूप में उन्होंने सुनिश्चित किया कि यह लोगों की आवाज बने। उनके निधन से राजनीति और पत्रकारिता जगत को बड़ा नुकसान हुआ है।’’
MP Veerendrakumar was an erudite politician, socialist,writer& journalist. As a union labour minister, he stood for a welfare of the workers. As @mathrubhumi CMD,he ensured it becomes voice of the people.His demise is a big loss to political & journalistic fraternity. Om Shanti pic.twitter.com/LmNPWEDNmd
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) May 29, 2020
गौरतलब है कि वीरेंद्र कुमार मार्च 2018 में केरल से राज्यसभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए थे। उन्हें वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) का समर्थन हासिल था। वे समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के तीन बार अध्यक्ष (चेयरमैन) रह चुके थे और निधन के समय बोर्ड में एक निदेशक थे।