कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तमिलनाडु में चुनाव प्रचार अभियान का शनिवार को आगाज किया। अपने तीन दिनों के दौरे के दूसरे दिन राहुल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम अपने इतिहास में पहली बार देख रहे हैं कि किसान 26 जनवरी को रैली कर रहे हैं क्योंकि वो दुखी हैं और इस बात को समझते हैं कि जो उनका है वो उनसे छीना जा रहा है।
तमिलनाडु के इरोड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि किसानों की परेशानियों को सुनने, समझने की बजाए मौजूदा सरकार उन्हें आतंकवादी कहती है। इन ताकतों से हम मिलकर लड़ेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि आपने अखबार में पढ़ा होगा कि चीन भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा कर रहा है। चीन देख सकता है कि भारत आज कमजोर है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि अगर भारत के मज़दूर, किसान, बुनकर मजबूत और सुरक्षित होते तो चीन भारत में घुसने की हिम्मत कभी नहीं करता।
बता दें कि राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया, ‘‘नरेंद्र मोदी को लगता है कि वह किसी को भी खरीद सकते हैं। वह नहीं समझते कि वह बिकने के लिए तैयार हैं तो इसका यह मतलब नहीं है कि तमिलनाडु भी बिकने के लिए तैयार है।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘सिर्फ तमिल लोग तमिलनाडु का भविष्य तय करेंगे। नागपुर (आरएसएस) कभी भी तमिलनाडु का भविष्य तय नहीं कर सकता।’’ उन्होंने यहां सड़क किनारे एक दुकान पर चाय पी और लोगों से बात की।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी क्या करते हैं? उनकी तीन-चार बड़े उद्योगपतियों के साथ साझेदारी है। वे लोग उन्हें मीडिया की सेवा देते हैं और वह उन लोगों को पैसे देते हैं।’’ उन्होंने यह दावा भी किया, ‘‘नरेंद्र मोदी हर वो चीज बेच रहे हैं जो देश और तमिलनाडु के लोगों की है।’’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के माध्यम से किसानों से उनका सबकुछ छीनने का प्रयास हो रहा है।