झारखंड के कई जिलों में आतंक का पर्याय बन चुके प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के खिलाफ रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गुप्त सूचना के आधार पर रांची पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के 10 लाख का इनामी रीजनल कमांडर तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप और उसके एक अन्य सहयोगी एरिया कमांडर सूरज गोप उर्फ कोका को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने इनके पास से एक एके-47 राइफल, दो बंदूक, कई कारतूस सहित अन्य सामान बरामद किया है।
सिल्ली डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर किया गया गिरफ्तार
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि 10 लाख का इनामी पीएलएफआई रीजनल कमांडर तिलकेश्वर गोप अपने हथियारबंद दस्ते के साथ रांची के अनगड़ा थाना क्षेत्र के आसपास के जंगल में कैंप कर रहा है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में है। गुप्त सूचना के आधार पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम और सिल्ली डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
गठित टीम ने स्थानीय थाना और क्यूआरटी की मदद से घेराबंदी कर 10 लाख के इनामी तिलकेश्वर गोप और उसके साथी एरिया कमांडर सूरज गोप को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई अब अंतिम सांसें गिन रहा है।
तिलकेश्वर गोप और एरिया कमांडर सूरज गोप की गिरफ्तारी
बता दें कि एक सप्ताह के अंदर पीएलएफआई संगठन के खिलाफ रांची पुलिस को यह दूसरी बड़ी सफलता हासिल हुई है। चार दिन पूर्व ही रांची के ठाकुरगांव इलाके में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने पीएलएफआई के एरिया कमांडर कुख्यात विशाल गोप को मार गिराया था और अब 10 लाख के इनामी तिलकेश्वर गोप और एरिया कमांडर सूरज गोप की गिरफ्तारी रांची पुलिस के लिए बड़ी सफलता है।
दिनेश गोप का काफी करीबी
प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का काफी करीबी माना जाता है। 10 लाख का इनामी तिलकेश्वर गोप खूंटी जिला के कर्रा थाना क्षेत्र के किनुटोली बकसपुर का रहने वाला है। पीएलएफआई रीजनल कमांडर तिलकेश्वर गोप लगातार संगठन को मजबूत करने में जुटा था। वह संगठन में पुराने एवं नए लड़कों को जोड़ने में लगा हुआ था, ताकि जमीन कारोबारी, क्रशर एवं पत्थर खदान चलाने वाले व्यवसायियों से लेवी की वसूली हो सके।
झारखंड में नक्सलियों की आय का साधन अब लेवी वसूली ही बचा है। संगठन के कमजोर पड़ने से उनकी वसूली को भी झटका लगा है। 10 लाख के इनामी तिलकेश्वर गोप पर झारखंड के विभिन्न जिलों में 50 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं, जिसमें रांची में 9, खूंटी में 37, चाईबासा में 4, सिमडेगा में 2 और गुमला में 15 शामिल है।