गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को कहा कि उप मुख्यमंत्री व महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के नेता सुदीन धावलिकर को सरकार विरोधी गतिविधियों के कारण कैबिनेट से हटा दिया गया है। धावलिकर के पास लोक निर्माण विभाग मंत्रालय का प्रभार भी था।
राज्यपाल मृदुला सिन्हा से कैबिनेट से धावलिकर को बर्खास्त किए जाने की सिफारिश के बाद सावंत ने संवाददाताओं से कहा, Òधावलिकर को मंत्रालय से हटा दिया गया।
वह सरकार विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। हम एक गठबंधन सरकार में हैं, लेकिन उनके भाई दीपक धावलिकर शिरोडा (विधानसभा उपचुनाव) से लड़ रहे हैं। हमने उनसे बार-बार आग्रह किया, लेकिन वह नाम वापस लेने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए हमने यह फैसला लिया।’ एमजीपी व भाजपा के नेताओं के बीच बढ़ती कड़वाहट के बीच सावंत द्वारा अपने वरिष्ठतम मंत्री को हटाए जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए धावलिकर ने कहा, ‘रात को चौकीदारों ने एमजीपी पर जो डकैती डाली, उससे गोवा के लोग स्तब्ध हैं।
गोवा के लोग यह देख रहे हैं। इस पर क्या करना है, यह फैसला जनता लेगी।’ यह घटनाक्रम मंगलवार आधी रात को तीन एमजीपी विधायकों में से दो के क्षेत्रीय पार्टी से अलग होकर भाजपा में शामिल होने के बाद सामने आया है। दो विधायकों में से एक दीपक पावस्कर को कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाए जाने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस बात की पुष्टि की है।