संसद के मानसून सत्र में विपक्षी दलों के हंगामे के चलते इस बार कुछ ज्यादा काम नहीं हो पाया। विपक्ष के बर्ताव को देखते हुए संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई निर्धारित समापन तिथि से पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। मानसून सत्र के दौरान पक्ष-विपक्ष ने एक दूसरे पर सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप लगाने का काम किया। इस बीच राज्यसभा से शिवसेना सांसद संजय राउत ने सदन में मार्शल लॉ होने का आरोप लगाया है।
राउत ने ट्वीट करते हुए एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें राज्यसभा के अंदर मार्शल रास्ता रोकते हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के साथ राज्यसभा सांसद ने लिखा, “क्या यही हमारा संसदीय लोकतंत्र है? लोकतंत्र के मंदिर में मार्शल कानून।”
is this our parliamentary Democracy?
Marshall law in Temple of Democracy..
राज्यसभा…. pic.twitter.com/52oKWZ6swQ— Sanjay Raut (@rautsanjay61) August 12, 2021
इसके साथ ही उन्होंने कहा, विधेयक पारित करने के दौरान सुरक्षा मार्शलों को बुलाया गया था। क्या आप हमें डराना चाहते हैं? आज हम खड़गे जी के कक्ष में बैठक करेंगे और तय करेंगे कि क्या करना है? उन्होंने बताया कि विपक्ष एकजुट है। 20 अगस्त को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगी।
दरअसल, बुधवार को सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021 को राज्यसभा में पारित किया गया। विपक्ष विधेयक को एक प्रवर समिति को भेजने की मांग कर रहा था। इस मांग पर पूरा विपक्ष एकजुट था। जब सरकार ने हंगामे के बीच बिल पर चर्चा के लिए दबाव डाला, तो सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने रिपोर्टर की मेज पर चढ़ने की कोशिश की।
सभापति बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने तुरंत सदन को स्थगित कर दिया। मिनटों के अंदर 10 से अधिक महिला मार्शल और लगभग 50 पुरुष मार्शल ने रिपोर्टर की मेज के चारों ओर खड़े हो गए। उन्होंने विपक्षी सदस्यों के वेल में जाने का रास्ता भी रोक दिया।