संसद के उच्च सदन राज्यसभा में शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया। संजय के इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में काफी उथलपुथल मच गई है। राउत ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यह दावा वास्तविकता से बहुत दूर है कि उन्होंने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे।
शिवसेना हिंदुत्व को कभी नहीं छोड़ेगी- राउत
राउत ने दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि वह भाजपा थी जिसने सत्ता में बड़ी हिस्सेदारी के लिए शिवसेना को ‘धोखा’ दिया था। शिवसेना के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी हिंदुत्व को कभी नहीं छोड़ेगी। उद्धव ठाकरे नीत पार्टी ने 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से नाता तोड़ लिया था, जब मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर दोनों दलों के बीच मतभेद उभर आए थे। भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर राज्य में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाई।
चुनाव के बाद फडणवीस ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे
शाह ने रविवार को अपने पुणे दौरे पर कहा कि उन्होंने और प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कर दिया था कि 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद फडणवीस ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे। ठाकरे और शिवसेना पर निशाना साधते हुए, शाह ने कहा था, “क्योंकि आपको मुख्यमंत्री बनना था, इसलिए आपने भाजपा को धोखा दिया और सत्ता के लिए हिंदुत्व से समझौता कर मुख्यमंत्री बन गए।”
राउत ने कहा- हम इसमें सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं
इस पर प्रतिक्रिया करते हुए, राउत ने कहा, “उनकी बातें वास्तविकता से बहुत दूर हैं। हम इसमें सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। हमसे (शिवसेना), हमारी सरकार और हमारे हिंदुत्व पर सवाल करके वे देश को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन लोग उन पर विश्वास करने को तैयार नहीं हैं। मैं राज्य (भाजपा) के नेताओं में यह निराशा देख सकता हूं।” राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि शिवसेना ने न तो हिंदुत्व को छोड़ा है और न ही कभी छोड़ सकती है।