पात्रा चॉल घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत को बड़ी राहत मिली है। मुंबई की पीएमएलए कोर्ट ने शिवसेना नेता और प्रवीण राउत को जमानत दे दी है। ED ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज कर 31 जुलाई को संजय राउत को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि 1,039 घोटाले के मामले में ईडी ने 31 जुलाई को संजय राउत को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसी दिन ईडी अधिकारियों ने शिवसेना नेता के कई ठिकानों पर छापा मारा गया था और इसके साथ ही परिवार से भी पूछताछ की गई थी।
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इससे पहले 28 जून को एजेंसी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन किया था। संजय राउत पर आरोप है कि पात्रा चॉल मामले में 1034 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। राउत की पत्नी वर्षा राउत का नाम भी इस घोटाले से जुड़ा हुआ है। ईडी ने उन्हें भी पूछताछ के लिए समन भेजा था।
संजय राउत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के काफी नजदीकी सहयोगी माने जाते है। बताया था कि छापे के दौरान ईडी ने उनके घर से 11.50 लाख रुपये कैश जब्त किए गए है। जांच के दौरान पता चला कि संजय राउत ने कैश में कई संपत्तियां खरीदी राउत ने अलीबाग में जमीन की खरीदने के दौरान नकदी का इस्तेमाल किया हैं। जिसका पता कुछ विक्रेताओं ने की है। यह धन राशि आरोपी राकेश वधावन, सारंग वधावन और प्रवीण राउत द्वारा डायवर्ट की गई अपराध से हासिल की गई है।