निजी टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को कथित रूप से एक इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किये जाने के संदर्भ में शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र विकास आघाडी (एमवीए) सरकार ने पिछले साल सत्ता में आने के बाद से कभी किसी के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की।
राउत ने यह दावा भी किया कि राज्य सरकार या किसी राजनीतिक दल का गोस्वामी की गिरफ्तारी से कोई लेना-देना नहीं है। गोस्वामी को 2018 में 53 वर्ष के एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में बुधवार को रायगढ़ पुलिस ने मुंबई में उनके घर से गिरफ्तार किया।
राउत से जब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महाराष्ट्र में कानून की उचित प्रक्रिया का पालन किया जाता है। पुलिस के पास यदि सबूत हैं तो वह किसी के भी खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। राज्य सरकार ने बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की है। महाराष्ट्र में अराजकता नहीं है और कानून का पालन किया जाता है।’’
शिवसेना नेता ने कहा कि मुंबई पुलिस एक पेशेवर बल है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मीडिया के लिए काला दिन नहीं है। पत्रकारों को भी नैतिकताओं का पालन करना चाहिए। मीडिया कोई जांच एजेंसी या अदालत नहीं है। ऐसा सर्वोच्च अदालत का कहना है। हम सभी पत्रकार हैं। जो भी गलत करेगा, पुलिस सजा देगी।राज्य सरकार या किसी राजनीतिक दल का गिरफ्तारी से कोई लेना-देना नहीं है।’’
Exclusive footage of arrest of #ArnabGoswami. #ArnabGoswamiArrested pic.twitter.com/L0YDlIg2dw
— 𝐒𝐚𝐫𝐚𝐥 𝐏𝐚𝐭𝐞𝐥 (@SaralPatel) November 4, 2020
महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक ने गोस्वामी की गिरफ्तारी को ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड का भाग-2’ कहा और इस नाम के एक अपराध आधारित टीवी शो के एंकर के खिलाफ कार्रवाई की याद दिलाई जिन पर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप लगा था।
महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ शो के एंकर रहे सुहैब इलियासी की ओर माना जा रहा है जिन पर मार्च 2000 में अपनी पत्नी की हत्या का आरोप लगा था। हालांकि दिल्ली उच्च न्यायालय ने अक्टूबर 2018 में इलियासी को बरी कर दिया था।
मलिक ने ट्वीट किया, ‘‘यहां इंडियाज मोस्ट वांटेड का भाग-2 है। ऐसा ही कर रहा एक और एंकर अब आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।’’ इस बीच महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार, कांग्रेस और उसके नेताओं के खिलाफ बोलने के लिए गोस्वामी की आवाज दबाने के मकसद से यह कार्रवाई की गयी है।
This footage will break your heart into pieces—extremely disturbing. But, you’ve to watch this. You’ve to remember this.
Drop everything you’re doing. Raise your voice. You’ve to stand with #ArnabGoswami today, no matter what.
— Eray Cather (@ErayCr) November 4, 2020
पाटिल ने नागपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह लोकतंत्र और बोलने की आजादी पर हमला है। अर्नब गोस्वामी आपके (सरकार के), कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ बोलते हैं। लेकिन इस आधार पर आप उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बंद हो चुके इस (खुदकुशी के लिए उकसाने के) मामले को फिर से खोलने का मतलब है कि गोस्वामी की आवाज को दबाने की कोशिश है। भाजपा और इस देश की जनता इसे सहन नहीं करेगी।बोलने की आजादी पर लगाम कसने की इस तरह की कोशिशें आपातकाल के दौरान भी की गयी थीं और इंदिरा गांधी को आने वाले चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस घटना की निंदा करते हैं और मेरे नेतृत्व में नागपुर में इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। महाराष्ट्र में अन्य स्थानों पर भी ऐसे प्रदर्शन होंगे।’’