महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच गुवाहाटी के एक होटल में डेरा जमाए बैठे बागी विधायकों को शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने ‘जिंदा लाश’ बता दिया। अपने इस बयान पर सोमवार को भी कायम रहते हुए राउत ने कहा कि जिसका जमीर मर गया हो उसको और क्या कहें? ये राममनोहर लोहिया साहब के शब्द हैं, मैंने सच कहा है।
संजय राउत ने कहा, मैं इसे दोहराता हूं, जो लोग 40-40 साल तक पार्टी में रहते हैं और फिर भाग जाते हैं, उनका ज़मीर मर गया है, तो उसके बाद क्या बचता है? ज़िंदा लाश। यह राममनोहर लोहिया साहब के शब्द हैं। मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया, मैंने सत्य कहा है।
इसके साथ ही राउत ने गुलाबराव पाटिल को लेकर किये गए ट्वीट पर कहा, मैंने गुलाबराव पाटिल के भाषण का एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें वह उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं जो अपने पिता को बदलते हैं। मेरा ट्वीट गुवाहाटी में बैठे लोगों के लिए है। पाटिल ने अपने भाषण में कहा, “लोग खाते-पीते हैं और पार्टी के साथ मौज-मस्ती करते हैं और फिर अपने पिता को बदल लेते हैं, हम उनके जैसे नहीं हैं।
बयान में क्या बोले राउत?
दरअसल, एक कार्यक्रम संजय राउत ने विवादित बयान देते हुए कहा कि गुवाहाटी में जो हैं वे जिंदा लाश हैं। गुवाहाटी से सीधे 40 विधायकों का शव मुंबई आएगा, जिसे पोस्टमार्टम के लिए विधानसभा भेजेंगे। उन्होंने कहा कि यहां सिर्फ उनके शरीर वापस आएंगे, उनकी आत्मा वहीं मर चुकी होगी। जब ये 40 लोग यहां से बाहर निकलेंगे, तो उनका दिल जिंदा नहीं होगा। उन्हें पता है कि यहां जो आग लगी है उसका क्या अंजाम हो सकता है।