महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर आज तस्वीर साफ़ होने वाली है। राज्य में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस और राकांपा के बातचीत की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दोनों पार्टियां के साथ आज मुंबई में छोटे सहयोगी दलों और शिवसेना के बीच बैठकों का दौर चलेगा। वहीं शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है की आज सरकार बनाने का दावा करना मुश्किल है।
संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि तीनों दलों ने तय कर लिया है कि शिवसेना का ही मुख्यमंत्री पांच साल तक रहेगा। महाराष्ट्र को मजबूत मुख्यमंत्री मिलेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता, किसानों आदि की इच्छा है कि इस बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ही बनेंगे। संजय राउत ने कहा शिवसेना को भगवान इंद्र के सिंहासन का प्रस्ताव मिले तब भी वह बीजेपी के साथ नहीं आएगी।
यह पूछे जाने पर क्या तीनों गैर बीजेपी दल शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करेंगे, इस पर राउत ने कहा, ‘‘जब राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है तो ऐसे में राज्यपाल से मुलाकात क्यों करेंगे।’’ संजय राउत ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा गया की , कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा होता है। अहंकार के लिए नहीं, सवाभिमान के लिए!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 22, 2019
जानकारी के मुताबिक, शिवसेना की ओर से उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल माना जा रहा है। लेकिन अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इनकार करते हैं तो संजय राउत मुख्यमंत्री पद की रेस में आगे आ सकते हैं। उनका नाम इस वक्त सबसे आगे चल रहा है। सरकार बनाने को लेकर मची हलचल के बीच बैठकों का दौर जारी है।
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गुरुवार देर रात उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। मुलाकात से पहले कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने नई दिल्ली में कहा कि उनकी पार्टी और राकांपा के बीच महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर सभी मुद्दों पर पूरी सहमति है और अब वह गठबंधन की संरचना को पूर्णरूप देने के लिए शिवसेना से बातचीत करेंगे।