हल्द्वानी : कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के एमबी इण्टर काॅलेज मैदान में 14 से 26 जनवरी तक भव्य सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है। आयोजित होने वाले सरस मेला के बारे में मीडिया के माध्यम से जनता को विस्तार से जानकारी देने के लिए नगर निगम सभागार में जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन तथा मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता की।
श्री सुमन ने मेले के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखण्ड एवं देश के अन्य राज्यों से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों के स्वरोजगारियों एवं शिल्पियों द्वारा अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन के लिए प्रतिभाग किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि सरस मेले का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों के द्वारा उत्पादित वस्तुओं, शिल्पों एवं कलाकृतियों के लिए बाजार उपलब्ध कराने, उत्पादों का प्रदर्शन कराने के साथ ही विभिन्न राज्यों के स्वरोजगारियों (स्वावलम्बियों) को एक दूसरे की कला एवं संस्कृति को जानने समझने एवं सीखने का अवसर प्रदान करने के साथ महिला सशक्तिकरण एवं आजीविका प्रोत्साहन को भी सार्थक करना है।
डीएम ने बताया कि सरस मेले के माध्यम से राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत गठित स्वय सहायता समूहों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन हेतु मंच प्रदान करने के साथ ही विविधता में एकता वाले हमारे देश की संस्कृति, कला एवं खानपान से भी परिचित कराने के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में जनपद की उभरती हुई प्रतिभाओं को उनकी प्रतिभा प्रदर्शन के लिए मंच साझा करने तथा क्षेत्रीय जनता को मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध कराना है।
जिलाधिकारी ने बताया कि मेलार्थियों के मनोरंजन हेतु प्रतिदिन आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रावधान किया गया है। बच्चों हेतु मनोरंजन पार्क की भी व्यवस्था है। मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि 14 से 26 जनवरी तक आयोजित होने वाले मेले के प्रतिदिन संचालन की अवधि प्रातः 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक रहेगी।
सरस मेले में 11 राज्यों जिसमें आन्ध्र प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, हिमांचल प्रदेश, झारखंड, पंजाब, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, कर्नाटक एवं हरियाणा के 32 स्वयं सहायता समूहों एवं उत्तराखण्ड राज्य के 53 एवं जनपद नैनीताल के 50 स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है, साथ ही उत्तराखण्ड राज्य के हस्तशिल्पियों के लिए 25 स्टाल उद्योग निदेशालय, देहरादून द्वारा भी लगाये जा रहे हैं।
– संजय तलवाड़