मध्य प्रदेश के सतना के चित्रकूट से अगवा दो जुड़वां मासूमों की हत्या के विरोध में आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने सतना में मौन जुलूस निकाला। शिवराज चौहान ने मासूमों को श्रद्धांजलि देते हुए आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की।
उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच कर उन्हें भी दंडित किया जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, पुलिस तंत्र में एक ऐसा सिस्टम तैयार किया जाए। जिले के चित्रकूट से 12 फरवरी को कट्टे की नोंक पर अपहरणकर्ताओं ने एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले दो मासूम छात्रों श्रेयांश व प्रियांश का अपहरण कर लिया गया था।
फिरौती मिलने के बाद भी बदमाशों ने ले ली 5 साल के जुड़वां भाइयों की जान, नदी में मिले शव
अपहरण के 13 दिनों बाद कल उनके शव मिलने की घटना के मद्देनजर चित्रकूट में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। वहीं, फिरौती के लिए अपहरण की इस घटना के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें से एक मुख्य आरोपी चित्रकूट का और शेष पांच उत्तरप्रदेश के बांदा तथा हमीरपुर जिले के निवासी हैं।
आरोपियों ने फिरौती के रूप में बीस लाख रूपए की रकम भी 20 फरवरी को हासिल कर ली थी, इसके बावजूद बच्चों की निर्मम तरीके से हत्या कर शवों को पडोसी उत्तरप्रदेश के बांदा जिले के बबेरू क्षेत्र में यमुना नदी में फेंक दिया था। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि आरोपियों को शक हो गया था कि बच्चों ने उनमें से एक चित्रकूट निवासी पद्म शुक्ला को पहचान लिया है। इस वजह से उन्होंने बच्चों को जीवित नहीं छोड़ा।