गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को कहा कि पुर्तगाल के औपनिवेशिक जूए से गोवा 1961 की बजाए यदि समूचे भारत के साथ 15 साल पहले 1947 में आजाद हो गया होता तो और अधिक प्रगति करता। पणजी में गोवा क्रांति दिवस के अवसर पर सावंत ने कहा, ‘गोवा भारत की आजादी के 15 साल बाद आजाद हुआ। दिल को यह सोचकर तकलीफ होती है कि यदि हम संपूर्ण भारत के साथ आजाद हुए होते तो आज हमने जितनी प्रगति की है, उससे कहीं अधिक तरक्की हम कर चुके होते।’
दक्षिण गोवा के मडगांव शहर में स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया द्वारा 1946 में औपनिवेशिक पुर्तगालियों के खिलाफ क्रांति का आह्वान करने वाले भाषण की वर्षगांठ को चिह्न्ति करने के लिए 18 जून को गोवा क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाता है। सावंत ने यह भी कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा गोवा की अंतिम मुक्ति में योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को नहीं भुलाया जा सकता।