बागेश्वर धाम महाराज को अंधविश्वासी कहने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।जहाँ हाल ही में बागेश्वर धाम महाराज पर कई विरोधी निशाना साध रहे हैं तो कई लोग बागेश्वर धाम महाराज के समर्थन में उतर रहे हैं। बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री को लेकर जारी विवाद में अब शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी कूद पड़े है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री को खुली चुनौती दी गई
बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री को लेकर जारी विवाद में अब शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी कूद पड़े हैं। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को खुली चुनौती दी है। कहा कि वह जोशीमठ आएं और यहां धंसती जमीन और दरकते मकानों को रोक कर दिखाएं। यदि वह ऐसा कर पाते हैं तो वह भी उनके चमत्कार पर विश्वास कर लेंगे। शंकराचार्य ने कहा कि इस चमत्कार पर हम उनकी जय जयकार करेंगे, नमस्कार करेंगे। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने यह बयान शनिवार को बिलासपुर में आयोजित धर्मसभा में दिया। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इस संबंध में मीडिया से भी बात की।
अलौकिक शक्तियां हैं तो जोशीमठ में भू- धँसाव रोकें धीरेन्द्र शास्त्री -शंकराचार्य
शंकराचार्य ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र में किसी का भविष्य बताया जाता है, लेकिन यह फलादेश होता है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी कहा जा रहा है और वह ज्योतिष शास्त्र की कसौटी पर खरा है तो वह उसे मान्यता देते हैं। कहा कि यदि वह कोई चमत्कार जनता के लिए करते हों तो उनकी जय-जयकार है। उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री रायपुर में हैं और हम बिलासपुर में कोई संत मनमाना बयान नहीं दे सकता। मैं खुद भी ऐसा नहीं कर सकता। उन्होंने बागेश्वर महाराज को चुनौती देते हुए कहा कि आपके पास अलौकिक शक्तियां हैं तो धर्मांतरण रोकिए, घरों के झगड़ों सुलझाएं, लोगों में सुमति लाएं। उन्होंने कहा कि यदि वह अपने चमत्कार से आत्महत्या रोक दें और समाज में शांति स्थापित करें तो हम चमत्कार मानेंगे।
शंकराचार्य बोले जोशीमठ में भू- धँसाव रोकेंगे तो मान लूंगा चमत्कार है
शंकराचार्य ने कहा कि अभी जोशीमठ में जमीन धंस रही है। मकानों में दरारें आ रही हैं। उनका मठ में भी दरारें आ गई हैं। धीरेंद्र शास्त्री को चाहिए कि कुछ चमत्कार इधर भी दिखाएं। उन्होंने कहा कि जो चमत्कार हो रहे हैं, वह अगर जनता के लिए हों तो वह जय-जयकार करेंगे। यदि ऐसा नहीं है तो वह इसे छलावा ही कह सकते हैं। बहरहाल अब देखने वाली बात ये होगी के बागेश्वर धाम सरकार इस चुनौती को स्वीकार करते हैं या नहीं।