किसान बिलों का विरोध करते हुए मोदी सरकार से हरसिमरत कौर बादल के केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफे के बाद शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए से 22 साल पुराण गठबंधन तोड़ दिया है। अकाली दल के इस फैसले पर शिवसेना नेता और राज्यसभा से सांसद संजय राउत ने रविवार को अपना बयान दिया है।
संजय राउत ने कहा, एनडीए के मजबूत स्तंभ शिवसेना और अकाली दल थे। शिवसेना को मजबूरन एनडीए से बाहर निकलना पड़ा, अब अकाली दल निकल गया। एनडीए को अब नए साथी मिल गए हैं, मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं मैं उसको एनडीए नहीं मानता।
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वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हुई मुलाकात पर उन्होंने कहा, मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कल देवेंद्र फडणवीस से मिला। वह पूर्व सीएम हैं। इसके अलावा, वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं और बिहार चुनाव के लिए बीजेपी के प्रभारी हैं। वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हमारी बैठक के बारे में जानकारी है।
बता दें कि किसान बिलों के खिलाफ लड़ाई तेज करते हुए शिरोमणि अकाली दल ने (एनडीए) और बीजेपी से 22 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया है। शिरोमणि अकाली दल का यह फैसला इसलिए भी अहम है, क्योंकि साल 2022 में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं।