महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने फसल बीमा कंपनियों के खिलाफ अगले सप्ताह विरोध मार्च निकालने की घोषणा करने के लिए शनिवार को शिवसेना की आलोचना की। वडेट्टीवार ने इसे विधानसभा चुनावों से पहले की ‘‘नौटंकी’’ बताते हुए कहा कि शिवसेना विपक्ष की भूमिका निभाने की कोशिश कर रही है जबकि वह राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल है।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘सरकार में होने के बावजूद शिवसेना विपक्ष की भूमिका क्यों निभाना चाहती है? शिवसेना के मंत्री मंत्रिमंडल बैठकों में चुप रहते हैं और फिर किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए बाहर मोर्चा निकालने की बात करते हैं। यह कुछ नहीं महज नौटंकी है।’’ उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी को जनहित के कामों को तेज करने की लिए आधिकारिक तंत्र को निर्देश देने की जरुरत है।
वडेट्टीवार ने कहा, ‘‘अगर कंपनियां शीघ्रता से फसल बीमा के दावों की पूर्ति नहीं कर रही है तो उनसे सरकार के स्तर प रनिपटा जा सकता है। लेकिन चूंकि शिवसेना यह नहीं कर सकती तो वह विरोध मोर्चा जैसे हथकंडे अपना रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर शिवसेना को किसानों की फिक्र होती तो पार्टी सरकार से समर्थन वापस ले लेती।’’ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस सप्ताह कहा था कि उनकी पार्टी किसानों के दावों का तेजी से निपटारा करने के लिए बीमा कंपनियों के खिलाफ 17 जुलाई को विरोध मार्च निकालेगी।