मध्य प्रदेश के सीधी जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली थाने में एक पत्रकार समेत लगभग आधा दर्जन लोगों की बिना कपड़ों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में थाना प्रभारी मनोज सोनी और एक अन्य पुलिस कर्मचारी को लाइनहाजिर कर दिया गया है। वायरल फोटो में पत्रकार समेत अन्य लोग सिर्फ चड्डी में नजर आ रहे हैं।
धरना प्रदर्शन को कवर करने के दौरान हिरासत में लिया गया पत्रकार
मामले को लेकर पत्रकार कनिष्क तिवारी ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा कि बीते 2 अप्रैल को एक बेहद नींदनीय घटना हुई। मैं एक धरना प्रदर्शन को कवर करने गया था। मेरे कैमरामैन ने घटना को रिकॉर्ड भी किया है। सिटी कोतवाली थाने की पुलिस मुझे जबरन धक्का देकर थाने के अंदर ले गई। मुझे मारा-पीटा गया। मेरे कपड़े उतरवाए गए। और कहा गया कि अगर विधायक और पुलिस के खिलाफ खबर चलाओगे तो पूरे शहर में चड्डी पहनाकर जुलूस निकलवाऊंगा।
दरअसल, सीधी जिले में एक नाट्य कलाकार की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ पत्रकार को भी हिरासत में लिया गया। इंद्रावती नाट्य समिति के संचालक एवं नाट्य कलाकार नीरज कुंदेर की गिरफ्तारी के विरोध में नाट्य कलाकारों ने दो अप्रैल को कोतवाली पुलिस थाने के समक्ष शासन के खिलाफ नारेबाजी की थी जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया था।
अभद्र व्यवहार से पुलिस का इनकार
कोतवाली थाना प्रभारी (निरीक्षक) मनोज सोनी ने बताया कि सोशल मीडिया फेसबुक में लम्बे अर्से से अनुराग मिश्रा नामक व्यक्ति द्वारा सीधी विधायक केदार नाथ शुक्ल एवं उनके परिजनों के विरुद्ध अमर्यादित पोस्ट व टिप्पणी की जा रही थी। विधायक के पुत्र गुरुदत्त शरण शुक्ल ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस एवं पुलिस अधीक्षक से की थी। बाद में जांच में पता चला कि नीरज कुंदेर इन्हें भेज रहा था।
उन्होंने कहा कि उसके खिलाफ भादंसं की धारा 419, 420, आईटी एक्ट एवं दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट गोपद बनास के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे जेल भेज दिया। सोनी ने बताया कि इंद्रावती नाट्य समिति के संचालक एवं नाट्य कलाकार नीरज कुंदेर की गिरफ्तारी के विरोध में नाट्य कलाकारों ने दो अप्रैल की देर शाम कोतवाली पुलिस थाने के समक्ष अवैध रूप से जमावड़ा लगाकर विधायक शुक्ल एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि शांति भंग की संभावना को देखते हुये प्रदर्शनकारी कनिष्क तिवारी (यूट्यूब पत्रकार) सहित 30 लोगों के विरुद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि हिरासत में लेने के बाद तीन अप्रैल को उन्हें छोड़ दिया गया था। हालांकि, सोनी ने पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित विभिन्न लोगों के साथ अभद्र व्यवहार किये जाने को इनकार दिया।
सोशल मीडिया में वायरल अर्धनग्न तस्वीरों बावत उन्होंने कहा कि लॉकअप में निरुद्ध लोग किसी तरह से अपनी हानि न करने पायें, ऐसा सुरक्षा की दृष्टि से किया गया था। उनके अनुसार पूर्व में पुलिस हिरासत में आरोपी बेल्ट, पैंट, पायजामा एवं धोती से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या को अंजाम दे चुके हैं।
थाना प्रभारी और SI निलंबित
सीधी पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने कोतवाली में निरुद्ध व्यक्तियों की आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने से बरती गई लापरवाही के कारण कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी एवं घटना के वक्त कोतवाली थाने में मौजूद अमिलिया पुलिस थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार को लाइन हाजिर कर दिया है।