कोरोना वायरस (कोविड-19) प्रकोप के मद्देनजर कई राज्य पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के सभी छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का ऐलान कर चुके हैं। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल सरकार ने भी गुरुवार को पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के सभी छात्रों को अगली कक्षा में भेजने की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि विद्यालय शिक्षा विभाग ने फैसला किया है कि पहली कक्षा से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए अगली कक्षा में जाने की ‘कोई रुकावट’ नहीं होगी। चटर्जी ने कहा, ”वर्तमान हालात के मद्देनजर, विभाग (राज्य संचालित और राज्य संबद्ध) स्कूलों को आठवीं कक्षा तक के सभी संस्थानों में छात्रों के लिए ‘बिना रुकावट’ की नीति लागू करने के निर्देश दे रहा है।”
कोरोना वायरस प्रकोप के कारण विभाग ने 16 मार्च से सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया था। ऐसे में छात्रों की परीक्षाएं नहीं हो सकी थीं। हालांकि, चटर्जी ने कहा कि शिक्षा विभाग नौ से 12वीं तक की कक्षाओं को प्रौद्योगिकी (नेट), मेल और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसे तंत्र की मदद से सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है।
वैसे वर्तमान में आईसीएसई और सीबीएसई पाठ्यक्रम वाले कई निजी स्कूल कक्षा पांच से 12वीं के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित कर रहे हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली समेत कई राज्य छात्रों को अगली कक्षा म प्रमोट करने का ऐलान कर चुके हैं।