डोईवाला : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गन्ना किसानों का बकाया भुगतान जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। राज्य सरकार किसानों के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कुशल प्रबन्धन हेतु चीनी मिलों को पीपीपी मोड पर संचालित करने की दिशा में कार्य किया जाएगा तथा कार्मिकों के हितो को पूर्णतः सुरक्षित रखा जाएगा। राज्य की किच्छा, डोईवाला, बाजपुर व नादेही चीनी मिलों में एथॅनोल प्लान्ट लगाए जाने की कार्यवाही गतिमान है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को शुगर मिल डोईवाला के पेराई सत्र का विधिवत शुभारम्भ किया। गौरतलब है कि डोईवाला शुगर मिल द्वारा गन्ने की अधिकाधिक बुवाई हेतु गन्ना विकास कार्ययोजना के अन्तर्गत अनेक योजनायें चलायी जा रही हैं। जिसमें मुख्य रूप से चीनी की उच्चतम रिकवरी की प्राप्ति हेतु गत् 3-4 वर्षो में मिल के सुरक्षित गन्ना क्षेत्रफल में अधिक चीनी पर्ते वाली गन्ने की उन्नत किस्मों की अधिकाधिक बुवाई करायी गई है।
आगामी पेराई सत्र में शीघ्र प्रजाति के गन्ना क्षेत्रफल में 70 प्रतिशत तक वृद्वि किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गत् पेराई सत्र में डोईवाला शुगर मिल को चीनी मिल के सुरक्षित गन्ना क्षेत्र डोईवाला, देहरादून तथा हरिद्वार, रुड़की एवं पौंटा साहिब आदि क्षेत्रों से 29.56 लाख कुन्टल गन्ने की आपूर्ति हुई।
जिसकी पेराई कर मिल द्वारा 9.40 प्रतिशत चीनी पर्ता प्राप्त करते हुए। कुल 2,78,405 कुन्टल चीनी का निर्माण किया गया। गत् सत्र में कृषकों को कुल रु. 92.92 करोड़ गन्ना मूल्य की देय तथा जिसके सापेक्ष मिल द्वारा अभी तक अपने स्रोतों से रु0 46.86 करोड़ तथा शासन से प्राप्त वित्तीय सहायता से रु. 27.28 करोड़ का भुगतान किया गया है।