कर्नाटक में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला सामने आया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि मंकीपॉक्स संक्रमण के लक्षण वाले एक व्यक्ति को यहां एक निजी अस्पताल में पृथक-वास में रखा गया है। संदिग्ध मरीज इथियोपिया का नागरिक है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति के नमूने पुष्टि के लिए बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान प्रयोगशाला भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य आयुक्त डी. रणदीप ने एक बयान में कहा कि इथियोपिया का नागरिक गुर्दा प्रतिरोपण के लिए चार जुलाई, 2022 को अदिस अबाबा से बेंगलुरु आया था, जो एस्टर सीएमआई अस्पताल में भर्ती हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘‘25 जुलाई को, उसके (मरीज) बाएं हाथ में चकत्ते हो गए। उनमें खुजली भी हो रही थी। उसके अनुवादक ने बताया था कि मंगलवार को यह मरीज के पूरे शरीर में फैलने लगा और खुजली के दौरान खून आ रहा था।’’
आयुक्त ने कहा कि मरीज शनिवार को डायलिसिस के लिए आया तो चिकित्सकों ने चकत्तों को देखने के बाद इसे मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला पाया। उन्होंने कहा कि 27 जुलाई की रात तक मरीज के संपर्क में सात लोग आए।
रणदीप ने बताया कि मरीज के साथ उसके दो रिश्तेदार भी भारत आए हुए हैं। उन्होंने कहा कि मरीज को पृथक-वास में रखा गया है।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने संवाददाताओं से कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोई जानलेवा बीमारी नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘मंकीपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, हमें कुछ एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है। अगर ऐसा (मंकीपॉक्स संक्रमण) होता भी है तो उसका इलाज उपलब्ध है। इससे मृत्यु नहीं होती है। मौत की आशंका बेहद कम होती है।’’