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नहीं थम रहा स्वाइन फ्लू का कहर

स्वाइन फ्लू का कहर थम नहीं रहा है। हर अंतराल बाद नए लोग इस बीमारी की चपेट आ रहे हैं। दून में चार और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।

देहरादून : स्वाइन फ्लू का कहर थम नहीं रहा है। हर अंतराल बाद नए लोग इस बीमारी की चपेट आ रहे हैं। दून में चार और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि इनमें धर्मपुर निवासी 68 वर्षीय बुजुर्ग के अलावा 36 साल व 23 साल की दो युवतियों व उत्तरकाशी के डूंडा ब्लॉक निवासी एक साल के बच्चे में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव आया है। बच्चे को पटेलनगर स्थित श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

स्वाइन फ्लू से पीड़ित नौ मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। तीन मरीज सिनर्जी अस्पताल में, पांच मरीज श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में और एक मरीज मैक्स अस्पताल में भर्ती है। कुल मिलाकर अब तक राज्य में 19 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से फ्रांस के एक नागरिक समेत नौ मरीजों की मौत हो चुकी है।

अकेले श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में छह मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है। स्वाइन फ्लू के बढ़ते कहर से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इतना जरूर कि खानापूर्ति के लिए महकमा एच1एन1 इंफ्लूएंजा वायरस पर नियंत्रण व रोकथाम के लिए बड़े दावे करते नहीं थक रहा है।

स्वास्थ्य विभाग ने डेथ ऑडिट का शिगूफा छोड़ा
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि स्वाइन फ्लू के मरीजों के समुचित उपचार के लिए उचित व्यवस्था की जाए।

अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए कहा गया है। फ्लू की बीमारी से मौत के मुंह में समा रहे मरीजों की मौत का वास्तविक कारण जानने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डेथ ऑडिट का शिगूफा भी छोड़ रखा है।

इसके लिए बकायदा छह सदस्यीय टीम गठित की गई है। इन सबके बावजूद फ्लू का वायरस लगातार कहर बरपा रहा है। अब तक इस वायरस की चपेट में आने वाले पचास फीसद मरीज मौत के मुंह में समा चुके हैं।

– सुनील तलवाड़

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