तमिलनाडु में अब पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों का आधार पंजीकरण उनके घर पर ही हो सकेगा क्योंकि राज्य सरकार ने दरवाजे पर पंजीकरण के लिए 13.61 करोड़ रूपये की लागत से एक योजना शुरू की है। योजना के तहत 12 अंकों की अद्वितीय पहचान संख्या जारी करने के लिए लैपटॉप और बायोमिट्रिक मशीन आदि की मदद से बच्चों का बायोमिट्रिक डेटा उनके आवास से एकत्रित किया जाएगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सोमवार को योजना की औपचारिक रूप से शुरूआत की और सामाजिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को सात आधार किट प्रदान किये जिसमें मशीनें शामिल थीं।
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मंगलवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि इसके अलावा गांवों में शिविर लगाये जाएंगे जिससे कि गर्भवती और बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं की आधार कार्ड बनवाने में मदद की जा सके।