मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर चाइल्ड पोर्न वीडियो बेचने के आरोप में तेलंगाना पुलिस ने 23 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। वह हैदराबाद में एक आईटी फर्म का कर्मचारी है। पुलिस ने उससे करीमनगर जिले के नस्तुलपुर गांव में उसके घर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि 23 वर्षीय वी. मधुकर रेड्डी सोशल मीडिया पर बाल यौन शोषण सामग्री प्रसारित कर पैसे कमा रहा था।
तेलंगाना पुलिस की महिला सुरक्षा विंग ने साइबर पेट्रोलिंग के दौरान विश्वसनीय जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की कि एक व्यक्ति सोशल मीडिया नेटवर्क पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी वीडियो प्रसारित कर रहा है और पैसा कमा रहा है। पुलिस के मुताबिक रेड्डी को अश्लील वीडियो देखने की लत थी।
उन्होंने विभिन्न बाल/वयस्क अश्लील वीडियो डाउनलोड किए, उन्हें फोन में संग्रहीत किया और उन्हें टेलीग्राम पर साझा कर रहा था। उसने अपनी पहचान बताए बिना पैसे स्वीकार करने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति का पेमेंट गेटवे क्यूआर कोड प्राप्त करने के लिए अपने दोस्त की मदद ली।
उन्होंने अश्लील वीडियो तक पहुंच के लिए एक कीमत तय की। आरोपी समूह में शामिल होने के लिए 100 रूपए चार्ज कर रहा था और अपने ‘सदस्यों’ के साथ साझा किए गए वीडियो की संख्या के आधार पर शुल्क भी तय कर रहा था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर 1,270 चाइल्ड पोर्न वीडियो शेयर करके जून से अब तक 60,000 रूपए कमाए हैं।
जांच के बाद महिला सुरक्षा विंग की विशेष टीम ने करीमनगर जिले के थिमापुर सर्कल के एलएमडी थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 292 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम 2012 की धारा 15 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जांच के दौरान महिला सुरक्षा विंग के सक्रिय एवं तकनीकी सहयोग से एलएमडी थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर नियमित रूप से नजर रखने वाली महिला सुरक्षा विंग में कार्यरत पुलिस उपनिरीक्षक पी. हरीश की शिकायत पर जांच शुरू की गई थी। साइबर पेट्रोलिंग के दौरान और विश्वसनीय सूचना पर आरोपी की पहचान हो गई। पुलिस ने आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया है।