शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि औरंगाबाद का विकास एक महत्वपूर्ण पहलु है और उसका नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ करने का निर्णय सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटकों के बीच सर्वसम्मति से लिया जाएगा।
नाम परिवर्तन का पैरोकार रही शिवसेना एमवीए के घटक कांग्रेस के विरोध का सामना कर रही है जबकि भाजपा यह दावा करते हुए उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी पर हमला कर रही है कि वह बस सत्ता में बने रहने के लिए अपनी पुरानी मांग त्याग रही है।
औरंगाबाद स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कोरपोरेशन लिमिटेट द्वारा तैयार किये गये अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र, कमान नियंत्रण कक्ष और साइकिल मार्ग का उद्घाटन करने यहां आये आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘ हम औरंगबाद शहर की सूरत बदलने पर ध्यान दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस शहर का नाम बदलने का फैसला राज्य की एमवीए सरकार द्वारा सर्वसम्मति से किया जाएगा।’’
भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सदस्यों द्वारा शहर में कुछ स्थानों पर लगाये गये ‘नमस्ते संभाजीनगर’ साइनबोर्ड के आलोक में मंत्री ने कहा कि शिवसेना की पूर्व सहयोगी जब पांच साल तक राज्य में सत्तासीन थी तब उसने इस शहर का नाम बदलने के लिए कुछ नहीं किया।