नागालैंड नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (NDPP) एक बार फिर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) सहित राज्य के अन्य सभी राजनीतिक दलों ने बिना किसी हिचकिचाहट के भाजपा गठबंधन का समर्थन करने पर सहमति व्यक्त की है। ऐसा पहली बार हुआ है जब नागालैंड विधानसभा चुनाव में इतने सारे दलों की जीत हुई है और यह भी पहली बार होने जा रहा है कि नागालैंड हाउस सत्ता संभालने से पहले बिना किसी विरोध के होगा।
BJP के पास अब भारतीय संसद में बहुमत
नागालैंड विधानसभा चुनाव एक बड़ी घटना थी, जिसमें बहुत से राजनीतिक दलों ने भाग लिया था। हालाँकि, नागालैंड में नई सरकार एक खाली सरकार होने की ओर बढ़ रही है, जिसमें लगभग सभी दल एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन का समर्थन कर रहे हैं। इस गठबंधन ने 2 मार्च को घोषित परिणामों में क्रमशः 25 और 12 सीटें जीतीं, जिससे 60 सदस्यीय सदन में उनकी कुल संख्या 37 हो गई।
सीटों की संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर काबिज नेशनल कांफ्रेंस ने ऐलान किया है कि वह बीजेपी गठबंधन में शामिल हो रही है। इसका मतलब यह है कि बीजेपी के पास अब भारतीय संसद में बहुमत है। सीटों पर जीत हासिल करने वाले अन्य दलों में लोजपा (रामविलास), नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), आरपीआई (अठावले), जद (यू) और निर्दलीय हैं।
नई सरकार को अपना समर्थन दे सकते
इस साल नागालैंड में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में कई अलग-अलग राजनीतिक दलों ने सीटें जीतीं। इन दलों में से एक लोजपा (आरवी) और आरपीआई (अठावले) हैं – दोनों के विधानसभा में नए सदस्य हैं। हालांकि एनडीपीपी-बीजेपी अभी भी निश्चित नहीं है कि अगली सरकार कौन बना पाएगा, फिर भी वे सभी उन्हें समर्थन देने के लिए सहमत हो गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि लोजपा (रामविलास), आरपीआई (अठावले), जद (यू) पहले ही गठबंधन सहयोगियों को समर्थन पत्र सौंप चुके हैं। इसी तरह, एनपीएफ के महासचिव अचुम्बेमो किकोन ने कहा है कि अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन वे नई सरकार को अपना समर्थन दे सकते हैं।
एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन ने चुनाव जीता, इसलिए नागालैंड में सर्वदलीय सरकार होगी। इसका मतलब है कि नई विधानसभा में शपथ लेने से पहले कोई विरोध नहीं होगा।