एक तरफ जंहा कांग्रेस अपने सियासी अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद में लगी हुई हैं। लेकिन दूसरी तरफ उसके चुनकर आने वाले विधायक भी सत्ता के रंग में रंगने के लिए तैयार हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा हैं कि गोवा कांग्रेस के 9 -10 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। दरअसल गोवा विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले ये सभी विधायक भाजपा के पाले में आ सकते हैं। भाजपा को उम्मीद है कि वह 3 और विधायकों को अपनी तरफ ले आएगी। अगर यह सच होता है तो यहां कांग्रेस के पास केवल दो विधायक ही रह जाएंगे।
आपको बता दे कि कुछ दिन पहले गोवा कांग्रेस के विधायकों ने एक हॉटल में बैठक की थी। जिसके बाद से ही ऐसी चर्चा ने जन्म लिया हैं लेकिन अभी तक कांग्रेस इस चर्चा को सिरे से खारिज कर रही हैं। पूर्व सीएम दिंगबर कामत को नेतृत्व में 6 विधायक पार्टी को अलविदा कहकर जल्द ही दल बदल सकते हैं। AICC के ऑब्जर्वर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बैठक मॉनसून सत्र की रणनीति तय करने के लिए की गई थी। इसका किसी के दल बदलने से कोई लेना देना नहीं है।
पिछली विधानसभा में भी कांग्रेस के विधायकों ने बड़े स्तर पर भाजपा को ज्वाइन किया था । जिसके बाद से ही गोवा में कांग्रेस ना बराबर ही गई थी। गोवा सीएम सावंत जोड़ तोड़ में माहिर माने जाते हैं। अबकी बार कांग्रेस सत्ता के करीब पहुंचने लायक भी सीट नही ला पाई। अगर गोवा मे फिर से दलबदल का खेल -खेला जाता हैं तो गोवा जैसे राज्य में कांग्रेस को अपने अस्तित्व बचाने का खतरा मॉल पड़ जाएगा ।