पालघर में सड़क हादसे में जान गंवाने वाले साइरस मिस्त्री की मौत का राज उनकी कार के डाटा चिप से खुलेगा। पुलिस ने मर्सिडीज-बेंज एसयूवी कार की इस डेटा चिप को विश्लेषण के लिए जर्मनी भेजा है। गौरतलब है कि पालघर में हुए इस हादसे में साइरस मिस्त्री और जहांगीर पंडोले की मौत हो गई थी। वहीं, डॉक्टर अनाहिता पंडोले और डेरियस पंडोले को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा रविवार दोपहर सूर्या नदी के ओवरब्रिज पर हुआ जब साइरस मिस्त्री अपनी एसयूवी में अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे।
कंपनी के अधिकारियों ने निकाली चिप
पालघर पुलिस के मुताबिक सोमवार को कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज बेंच के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने यहां क्षतिग्रस्त कार से इलेक्ट्रॉनिक चिप को हटा दिया। पालघर के एसपी बालासाहेब पाटिल ने कहा कि यह चिप गाड़ी का पूरा डाटा रिकॉर्ड करती है। अब इस चिप को विश्लेषण के लिए जर्मनी भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस सप्ताह के अंत तक इससे जुड़ी रिपोर्ट आ जाएगी।
एसपी ने दिया यह जवाब
पालघर एसपी ने कहा कि हमारे पास कार कंपनी के अधिकारियों के लिए कुछ सवाल थे। हम उसे यह प्रश्न देना चाहते थे और एक विशिष्ट उत्तर चाहते थे। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के विश्लेषण के लिए उनके पास डिफ़ॉल्ट पैरामीटर हैं। इस विश्लेषण के बाद न केवल इन सवालों के जवाब बल्कि और भी जानकारियां सामने आएंगी। उसके बाद हम सभी ने फैसला किया कि इस विश्लेषण रिपोर्ट का इंतजार करना बेहतर होगा। एसपी पाटिल ने कहा कि इस रिपोर्ट के आने के बाद जांच में बेहतर तरीके से मदद की जाएगी।
मर्सिडीज कंपनी के अधिकारियों द्वारा बताए गए मापदंडों में टायर का दबाव, गति, कोई खराबी, स्टीयरिंग व्हील की स्थिति, वाहन की गति, सीट बेल्ट की स्थिति और एयरबैग कार्यात्मक शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों की जांच में यह भी पता चला कि हादसे के बाद कार के सात एयरबैग में से केवल तीन ही खुले थे। एसपी पाटिल ने बताया कि हादसे के बाद जब हमने कार का निरीक्षण किया तो पता चला कि आगे के दोनों एयरबैग पूरी तरह से खुले हुए थे। जबकि तीसरा एयरबैग जो साइरस मिस्त्री के ऊपर लगा था वह पूरी तरह से नहीं खुला। वहीं, आगे की सीट के पीछे लगे दोनों एयरबैग बिल्कुल नहीं खुले। बताया जा रहा है कि अगर ये दोनों एयरबैग खुल जाते तो मिस्त्री और जहांगीर की जान बचाई जा सकती थी। पुलिस यह जानने को उत्सुक है कि ये दोनों बैग क्यों नहीं खुले।
सोमवार को, पुणे में मर्सिडीज-बेंज कार्यालय से छह सदस्यीय टीम ने घटनास्थल और क्षतिग्रस्त कार का निरीक्षण किया। वहीं, आरटीओ और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने भी मौके का मुआयना किया है। पुलिस का कहना है कि अब विश्लेषण रिपोर्ट के आधार पर ही उनकी जांच आगे बढ़ेगी। वहीं, जांच दल द्वारा आरटीओ, फोरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए गए हैं।