देहरादून : पूर्व रक्षा मंत्री एवं गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश मुख्यालय पर मंगलवार को एक श्रद्धांजलि सभा में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कार्यकर्ताओं से दिवंगत नेता के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वह एक सरल सौम्य व्यक्तित्व मगर दृढ़ इच्छाशक्ति वाले इंसान थे।
अपने अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि एक बार वह जब उनके गोवा स्थित आवास पर उनसे मिलने गए तो वहां सुरक्षा बिल्कुल भी नहीं थी। मुझे लगा कि वे घर पर ही नहीं है। संदेश भिजवाने पर वे अपना चश्मा अंदर ही भूल कर स्वयं ही हमें लेने बाहर आ गए। मुख्यमंत्री ने बताया कि बातचीत के दौरान उन्होंने गोवा तथा उत्तराखंड में विकास योजना के दौरान पर्यावरण संबंधी दिक्कतों को साझा करते हुए कहा कि यहां हमें कई योजनाओं को समुद्र से दूर रखने के कारण समस्याएं आती हैं।
आपको भी वनों के कारण ऐसी समस्याएं आती होंगी।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने श्री पर्रिकर को याद करते हुए कहा कि जब वे रक्षा मंत्री थे तो उत्तराखंड कई बार आए और पिछली बार मसूरी विधानसभा क्षेत्र में शौर्य स्थल की योजना भी बना कर गए। उन्होंने कहा कि राज्य में वीर चंद्रसिंह गढ़वाली के गांव पीठसेन आने के दौरान वह राज्य के युवाओं को सेना में भर्ती के लिए लंबाई में तीन इंच की छूट की भी घोषणा कर गए जिसका लाभ यहां के युवाओं को मिला है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनके निधन से पूरा देश स्तब्ध है। टिहरी से निवर्तमान सांसद माला राज लक्ष्मी शाह ने श्री पर्रिकर को योग्य, ईमानदार, सादगी वाले व्यक्ति बताया।