हरिद्वार, संजय (पंजाब केसरी) : पटवारी पेपर लीक मामले के बाद अब लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई परीक्षा भी लीक होने के सबूत मिले हैं। सबूतों के आधार पर एसआईटी ने लोक सेवा आयोग के दो अनुभाग अधिकारियों सहित नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इनमें हरिद्वार का एक वरिष्ठ भाजपा नेता भी शामिल है। हालांकि हाल ही में वरिष्ठ भाजपा नेता संजय धारीवाल को मंडल अध्यक्ष मंगलौर बनाया गया था, लेकिन भर्ती घोटाले में उससे हुई पूछताछ के बाद भाजपा ने उसका इस्तीफा लिया था। वहीं पटवारी पेपर लीक मामले में जिस सेक्शन ऑफिसर संजीव चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया गया था उसी संजीव चतुर्वेदी ने आयोग के दूसरे सेक्शन ऑफिसर संजीव कुमार के साथ मिलकर सहायक अभियन्ता व अवर अभियन्ता का परीक्षा पेपर भी लिक किया। एग्जाम से पहले पेपर लीककर हरिद्वार के जर्स कंट्री में और लक्सर में अभ्यर्थियों को लीक पेपर से नकल कराई गई। अभी तक जांच में सामने आया है कि 30 से अधिक छात्रों ने लीक पेपर प्रश्नों को हल किया था। वहीं भाजपा नेता संजय धारीवाल की भूमिका एजेंट के तौर की बताई जा रही है जिसमें छात्रों को पेपर उपलब्ध कराने में मदद की थी वहीं इस परीक्षा में राजपाल और दूसरे कहीं नाम के लोगों का नाम भी सामने आया है।
इन पर हुआ मुकद्दमा दर्ज
अभियुक्तगण संजीव चतुर्वेदी पुत्र त्रिपुरारी निवासी लोकसेवा आयोग थाना कनखल हरिद्वार व संजीव कुमार अनुभाग अधिकारी उपरोक्त के द्वारा अपने सहयोगियों रितु पत्नी संजीव चतुर्वेदी निवासी लोक सेवा आयोग थाना कनखल हरिद्वार, राजपाल पुत्र स्व. फूल सिंह निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथोड़ी थाना गागलहेड़ी जनपद सहारनपुर उप्र हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार, संजीव कुमार पुत्र स्व. मांगेराम निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथोड़ी थाना गागलहेड़ी जनपद सहारनपुर उप्र हाल निवासी फ्लैट नम्बर जी-407 जर्स कन्ट्री ज्वालापुर थाना ज्वालापुर जनपद हरिद्वार के द्वारा अन्य सहयोगी दलालों, नितिन चौहान पुत्र ब्रह्मपाल निवासी ग्राम अन्नेकी, थाना सिडकुल हरिद्वार, संजय धारीवाल पुत्र सुरेन्द्र सिंह धारीवाल निवासी ग्राम मौहम्मदपुर जट, थाना मंगलौर, हरि. पुत्र सुनील सैनी पुत्र ज्ञानचन्द सैनी निवासी पूर्वावाला थाना लक्सर, हरिद्वार व मनीष कुमार पुत्र राजवीर निवासी गोविन्दनगर पूर्वावली थाना गंगनहर, हरि० आदि अन्य के साथ गिरोह बनाकर लोकसेवा आयोग उत्तराखण्ड हरिद्वार द्वारा आयोजित की गई एईजेई भर्ती परीक्षा वर्ष 2021-22 में परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र लीक आउट कर विभिन्न स्थलों पर प्रश्न पत्र हल कर प्रैक्टिस करवायी गई तथा इसके एवज में अवैध धन अर्जित किये जाने के साक्ष्य प्रकाश में आये हैं। इसके अतिरिक्त परिक्षार्थियों के द्वारा अनुचित रुप से परीक्षा से पूर्व लीक आउट किये गये प्रश्न पत्र को खरीद कर स्वंय के हित के लिए आपराधिक कृत्य किया गया है। अभियुक्त संजीव प्रकाश चतुर्वेदी व संजीव कुमार द्वारा लोक सेवक के पद पर आसीन रहते हुए अपने पदीय कर्तव्यों के विपरीत कार्य करते हुए जानबूझकर बदनियती से धोखाधड़ी कर अपनी अभिरक्षा में रखे एई व जेई भर्ती परीक्षा वर्ष 2021-22 के प्रस्तावित परीक्षा
प्रश्नपत्रों को लीक किया गया
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एसआईटी हरिद्वार की जांच के बाद शुक्रवार को थाना कनखल में जेई/एई परीक्षा प्रश्न पत्र लीक प्रकरण में नामजद 9 लोगों पर लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी 9 आरोपितों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि जून 2022 में जेई/एई की लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था। मुकद्दमा दर्ज होने के बाद जेई/एई की परीक्षा को भी रद्द किया जा सकता है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है थ्क हमारी सरकार पूरे सिस्टम को सुधारने के लिए कृत्संकल्प है। भर्तियों में गड़बडी करने वालों को कतई बख्शा नही जायगा। यूकेपीएससी की एई और जेई परीक्षाओं में शिकायते मिलने पर तुरंत जांच के आदेश दिए गए थे। मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। इनमें जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। कहा कि पहले भी विभिन्न भर्तियों में गड़बडी करने वालों को जेल भेजा गया है। ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि पूरे पारदर्शी और साफ सुथरे तरीके से भर्ती परीक्षाएं हो। भर्ती कैलेंडर जारी कर उसके अनुरूप परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। जल्द ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लाया जा रहा है। प्रदेश के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।