महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को समर्थन देते हुए राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू न करने को कहा है। उन्होंने कहा, 'नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) नागरिकता को छीनने के बारे में नहीं है, यह देने के बारे में है। अगर एनआरसी लागू किया गया, तो हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए नागरिकता साबित करना मुश्किल होगा। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।'
मुख्यमंत्री ठाकरे ने सामना के संपादक तथा शिवसेना सांसद संजय राउत को इंटरव्यू देते हुए यह बात कही है। मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब सीएए और एनआरसी को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग सहित देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन पर राजनीति भी अपने चरम पर है।
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वहीं केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सीएए और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहीं महिला प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए तैयार है। कानून मंत्री ने ट्वीट किया, 'सरकार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए तैयार है, यह बातचीत संरचनात्मक रूप में होनी चाहिए। नरेंद्र मोदी की सरकार उनसे संवाद करने और सीएए के खिलाफ उनके सभी संदेह दूर करने के लिए तैयार है।'