देश के दक्षिण राज्य तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में फंसे तमिल भारतीयों को वापस लाने के लिए सारा खर्चा तमिलनाडु सरकार उठाएंगी। सीएम स्टालिन ने एक बयान में बताया कि यूक्रेन में पांच हजार से अधिक तमिल के लोग रहते हैं, जिनमें से 916 विद्यार्थियों ने राज्य सरकार से संपर्क किया है। राज्य सरकार ने शुक्रवार की सुबह दस बजे तक उन्हें यूक्रेन से बाहर निकालने में मदद मांगी है।
विदेश मंत्री से किया आग्रह
सीएम स्टॉलिन ने घोषणा की कि समन्वय के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्रीमती जैसिंथा लाजर को राज्य प्रशासनिक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने यूक्रेन में फंसे तमिल के नागिरकों के लिए हेल्पलाइन खोलने की घोषणा की। रूस के यूक्रेन पर हमले के तुरंत बाद स्टालिन ने संदेश लिखा था, जिसमें विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से यूक्रेन से तमिल नागरिकों को निकालने का आग्रह किया था।
विशेष उड़ानों की व्यवस्था करें : स्टालिन
स्टालिन ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि यूक्रेन से बाहर निकालने के लिए भारतीय विद्यार्थियों के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था करें। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में फंसे कई विद्यार्थियों के परिवार अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए चिंतित है लेकिन यूक्रेन में उड़ाने बंद करदी गई है। स्टॉलिन ने कहा कि भारतीयों को सुरक्षित यूक्रेन से भारत लाने के लिए हमारी मदद की जरूरत है।