पंजाब और गुजरात में एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण को लेकर अनिश्चितता है, क्योंकि दोनों राज्यों की सरकारों ने कहा है कि उनके पास कोरोना वायरस रोधी टीके की पर्याप्त खुराकें नहीं हैं। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘हमें टीके की पर्याप्त खुराकें नहीं मिल रही हैं।
इसलिए हमें समस्या का सामना करना पड़ रहा है। टीकाकरण के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या में कर्मी और व्यवस्था है।’’ यह पूछने पर कि क्या राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण करेंगे तो मंत्री ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि हम एक मई से नहीं कर पाएंगे।’’
राज्य सरकार ने 18 से 45 वर्ष तक के लोगों के टीकाकरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 30 लाख कोविशील्ड खुराक के ऑर्डर दिए हैं। सिद्धू ने कहा, ‘‘बुधवार को हमें दो लाख खुराकें मिलीं और उससे पहले हमें डेढ़ लाख खुराकें मिली थीं। लेकिन हमारे पास यह सूचना नहीं है कि आज और कल हमें कितनी खुराक मिलेंगी।
अगर हमें टीके की कम से कम दस लाख खुराकें मिलती हैं तो हम इस कार्यक्रम को शुरू कर सकते हैं।’’ वहीं गुजरात सरकार ने कहा कि दवा कंपनियों से पर्याप्त संख्या में टीका मिलने पर ही वह तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू करेगी। बहरहाल, राज्य में 18 वर्ष से 45 वर्ष तक के लोगों के टीकाकरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा, ‘‘केंद्र सरकार की घोषणा के मुताबिक बुधवार से कोविन पोर्टल पर 18 वर्ष से 45 वर्ष तक के लोगों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।’’ इसमें बताया गया, ‘‘राज्य सरकार ने 25 अप्रैल को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशील्ड की एक करोड़ खुराक और भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 50 लाख खुराक का ऑर्डर दिया था।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘दवा कंपनियों से पर्याप्त संख्या में टीके की खुराक मिलते ही टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।’’ इससे एक मई से राज्य में टीकाकरण प्रक्रिया शुरू होने पर सवाल खड़े हो गए हैं।