केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया को गुजरात की भावनगर यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। इसके बाद अब उन्हें मनसुख मांडविया नहीं बल्कि डॉक्टर मनसुख मांडविया के तौर पर जाना जाएगा।
महाराजा कृष्णकुमार सिंह जी भावनगर यूनिवर्सिटी ने उन्हें ‘सामुदायिक विकास और भविष्य की चुनौती में ग्राम विद्यापीठ की भूमिका’ के लिए पीएचडी की उपाधि प्रदान की। केंद्रीय मंत्री मांडविया ने 18 दिसंबर, 2017 को पीएचडी की शिक्षा शुरू की थी और 01 अक्टूबर, 2021 को उसे पूरा किया है। बताया जाता है कि मंत्री एक अक्टूबर को यूनिवर्सिटी में मौखिक परीक्षा में शामिल हुए थे।
भावनगर यूनिवर्सिटी ने एक ट्वीट में कहा कि ‘हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे छात्र और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ‘सामुदायिक विकास और भविष्य की चुनौतियों में ग्राम विद्यापीठों की भूमिका’ पर पीएचडी प्राप्त की है। हमें उम्मीद है कि इस विषय पर उनकी महारत से ग्रामीण उच्च शिक्षा को लाभ होगा।’
यूनिवर्सिटी, मेरे गाइड तथा मेरी शोधयात्रा में मेरा सहयोग देने वाले सभी का धन्यवाद करता हूँ।
यह PhD की यात्रा मुझे स्थूल ज्ञान से सूक्ष्म ज्ञान की तरफ ले गई है।
यह मेरे जीवन का बहुत महत्वपूर्ण माइलस्टोन है। https://t.co/8idcV9oVTU— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) October 5, 2021
मंत्री ने अपने ट्वीट में यूनिवर्सिटी को टैग किया और कहा, “मैं विश्वविद्यालय, मेरे मार्गदर्शक और मेरी शोध यात्रा में मेरा समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह पीएचडी यात्रा मुझे सकल ज्ञान से सूक्ष्म ज्ञान तक ले गई है। यह मेरे लिए में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मील का पत्थर था, जिसे मैंने हासिल कर लिया है।”