झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन भाजपा सदस्यों ने राज्य सरकार की भर्ती नीतियों को लेकर सदन के बाहर और अंदर धरना दिया। इसके चलते सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। भाजपा के विधायकों का विरोध इस बात पर है कि जब सदन चल रहा है, तब सरकार ने रिक्रूटमेंट पॉलिसी कैबिनेट के जरिए क्यों घोषित की? इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि सरकार ने 60-40 के अनुपात वाली जो रिक्रूटमेंट पॉलिसी लाई है, उससे प्रदेश में तृतीय और चतुर्थ वर्ग की नौकरियों पर राज्य के बाहर के लोगों का दखल बढ़ जाएगा। यह राज्य के युवाओं के साथ अन्याय है। इसपर पहले मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे
इस मुद्दे को लेकर भाजपा के सभी विधायक बीते सोमवार से लगातार ’60-40 नाय चलतौ’ लिखा टी शर्ट पहनकर विधानसभा के अंदर और बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। आज भी सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही टी-शर्ट पहले भाजपा विधायक वेल में पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उस वक्त सदन में उपस्थित थे। उन्हें देखकर भाजपा विधायक एक साथ हेमंत सोरेन हाजिर हों का नारा लगाने लगे।
नई नियुक्ति नियमावली पारित करा ली है
हंगामे के बीच ही स्पीकर ने कुछ सदस्यों के अल्पसूचित प्रश्न लिए, लेकिन आखिरकार 11 बजकर 27 मिनट पर उन्होनें सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दुबारा जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो आजसू पार्टी के विधायक लंबोदर महतो के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रियाएं तेज करने के लिए सरकार ने कैबिनेट से नई नियुक्ति नियमावली पारित करा ली है। विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए अलग-अलग नियमावली बनाई गई है। विभागों से रिक्तियां भी मांगी जा रही हैं।
कोई भी सदस्य सदन में नहीं आएंगे
इधर भोजनावकाश के दौरान स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने सदन में नियोजन नीति को लेकर गतिरोध को दूर करने के लिए कार्यमंत्रणा समिति की बैठक की। इसके बाद उन्होंने सदन को सूचित किया कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में यह तय हुआ कि जिस विषय को लेकर चार दिनों से सदन में गतिरोध हो रहा है, उसपर मुख्यमंत्री चलते सत्र में ही अपनी सुविधा के अनुसार वक्तव्य देंगे। यह भी तय हुआ कि स्लोगन लिखी टी-शर्ट पहनकर कोई भी सदस्य सदन में नहीं आएंगे। इसपर भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि कल से यह ²श्य देखने को नहीं मिलेगा। उम्मीद की जा रही है कि कल से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी।