महाराष्ट्र विधान परिषद की कार्यवाही सोमवार को शुरू होने के 13 मिनट के भीतर ही स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल बीजेपी ने महा विकास आघाड़ी सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों से किए वादों को सरकार पूरा नहीं कर रही और महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर लगाम भी नहीं लगा पा रही है।
विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर का स्थगन प्रस्ताव परिषद अध्यक्ष रामराजे निंबालकर द्वारा स्वीकार नहीं किया गया। जिसके बाद भाजपा पार्षदों की आपत्ति के साथ कार्यवाही स्थगित की गई। भाजपा विधायकों की नारेबाजी के बीच महा विकास आघाडी सरकार ने विधेयकों एवं संशोधनों के कागज पटल पर रखे जिसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। दरेकर ने किसानों की दुर्दशा पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया लेकिन निंबालकर ने इसे खारिज कर दिया।
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या के पास पांच एकड़ जमीन को किया स्वीकार
इसके चलते भाई गिरकर और सुजित सिंह ठाकुर समेत भाजपा के अन्य वरिष्ठ विधान पार्षदों ने प्रदर्शन किया। निंबालकर ने फिर उपमुख्यमंत्री अजित पवार को संशोधन विधेयक एवं अनुपूरक मागों के दस्तावेज पटल पर रखने को कहा और फिर सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।