कालेश्वर में अलकनंदा नदी के किनारे शुक्रवार को एक और शव मिलने से उत्तराखंड के चमोली में हाल में आई आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 71 हो गई है। चमोली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, चमोली जिले के आपदाग्रस्त स्थानों से अब तक कुल 71 शव एवं 30 मानव अंग बरामद हुए हैं, जिनमें से 40 शवों एवं एक मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है। जिन शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है उन सभी का डीएनए संरक्षित किया गया है। इसके अलावा, त्रासदी में अभी 133 अन्य लोग लापता है, जिनकी तलाश के लिए लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी तपोवन पहुंचकर वहां चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लिया। भारती क्षतिग्रस्त तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की बैराज साइट पर भी गईं और वहां एनटीपीसी के साथ राहत एवं बचाव में लगी एजेंसियों की हौसला अफजाई की। गौरतलब है कि सात फरवरी को चमोली की ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ़ से एनटीपीसी की 520 मेगावाट क्षमता की तपोवन—विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना को भारी क्षति पहुंची थी जबकि 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा पनबिजली परियोजना पूरी तरह से तबाह हो गई थी।