BREAKING NEWS

सावरकर पर संग्राम: राहुल गांधी की टिप्पणी पर CM शिंदे का कटाक्ष, बोले- कांग्रेस नेता खुद को क्या समझते हैं?◾‘कर्नाटक में डबल इंजन सरकार की वापसी तय’... दावणगेरे में बोले प्रधानमंत्री मोदी◾सोशल मीडिया दिशानिर्देश सरकारी कर्मचारियों को जम्मू-कश्मीर प्रशासन की खुली धमकी: महबूबा मुफ्ती ◾सोशल मीडिया दिशानिर्देश सरकारी कर्मचारियों को जम्मू-कश्मीर प्रशासन की खुली धमकी: महबूबा मुफ्ती ◾राहुल और तेजस्वी के समर्थन में उतरे ललन सिंह, BJP पर भड़के; बोले- देश में इमरजेंसी जैसे हालात◾PM Modi ने कहा - 'भारत हर एक व्यक्ति के प्रयासों से 'विकसित' टैग हासिल करेगा'◾Jammu Kashmir: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का ऐलान, केंद्रशासित प्रदेश में अगले साल से चलेगी वंदे भारत ट्रेन◾राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस से दूर क्यों है नीतीश कुमार ◾दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, संदीप बड़वासनिया गैंग के तीन सदस्य उत्तम नगर से गिरफ्तार◾महाराष्ट्र : BJP ने OBC का 'अपमान' करने के लिए राहुल गांधी का किया विरोध प्रदर्शन◾Tornado in Punjab: पंजाब के फाजिल्का में बवंडर से 12 लोग घायल, 30 घर क्षतिग्रस्त◾ राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री रविशंकर,कहा राहुल पर मानहानि के 60 मामले चल रहे हैं◾तोशखाना मामले में इमरान खान को मिली राहत, लाहौर हाइकोर्ट ने दी जमानत◾तोशखाना मामले में इमरान खान को मिली राहत, लाहौर हाइकोर्ट ने दी जमानत◾शशि थरूर बोले- राहुल का अयोग्य ठहराया जाना भाजपा के लिए आत्मघाती गोल◾राहुल के समर्थन में उतरे प्रशांत किशोर, बोले- केंद्र को दिखाना चाहिए था बड़ा दिल◾किरेन रीजीजू बोले, सरकार और न्यायपालिका के बीच मतभेद का मतलब टकराव नहीं◾अरविंद केजरीवाल का बड़ा बयान, कहा- 'फ्री बिजली बंद करने की साजिश रच रहे LG' ◾कांग्रेस ने CPI(M) पर केरल में 'दोहरा एजेंडा' रखने का आरोप लगाया◾राधा स्वामी सत्संग ब्यास पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से की मुलाकात ◾

उत्तराखंड: धामी सरकार धर्मांतरण कानून को कड़ा करने की तैयारी में, पुलिस को दिए ये निर्देश

देश के कई राज्यों में धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाए गए है। इनमें उत्तर प्रदेश का नाम भी शामिल है। तो कई अन्य राज्य इस संबंध में कानून बनाने पर विचार-विमर्ष कर रहे है। उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में जनसांख्यिकी परिवर्तन के कारण सांप्रदायिक माहौल बिगडने की आशंका के मददेनजर पुलिस को एहतियात बरतने के निर्देश देने के बाद उत्तराखंड सरकार अब धर्मांतरण कानून को कड़ा करने की तैयारी में है, जिसमें 10 साल त​क के कारावास की सजा का प्रावधान भी होगा।

मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस से मजबूत प्रस्ताव देने को कहा

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मजबूत धर्मांतरण कानून के संबंध में पुलिस से प्रस्ताव देने को कहा था और इसी के मददेनजर (पुलिस) विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सौंपे गए दो पृष्ठों के इस प्रस्ताव में उत्तर प्रदेश में जबरन धर्मांतरण के संबंध में बने कानून की तर्ज पर संशोधन करने की सिफारिश की गयी है।

10 साल तक की कैद और 25 हजार रूपये जुर्माना

कुमार ने कहा कि पुलिस ने प्रस्ताव में सामूहिक धर्मांतरण को संज्ञेय अपराध बनाने की सिफारिश की है जिसके तहत न्यूनतम तीन साल से लेकर 10 साल तक की कैद की सजा और 25 हजार रूपये जुर्माने का प्रावधान होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान कानून में जबरन धर्मांतरण संज्ञेय अपराध न होकर केवल शिकायती मामला है जहां पहले अदालत में केस दायर होता है।

लखीमपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या पर टिकैत बोले- लोगों को अपराधी नहीं मानता

लेकिन नए प्रस्ताव के अनुसार, ऐसे मामलों में सीधे पुलिस के पास जाकर प्राथमिकी दर्ज कराने का अधिकार देने की सिफारिश की गयी है। इस संबंध में, मुख्यमंत्री के अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने कहा कि पुलिस से प्राप्त प्रस्ताव का अध्ययन किया जा रहा है। सरकार द्वारा धर्मांतरण कानून को कड़ा करने की तैयारी को पिछले दिनों हरिद्वार के रूडकी में एक गिरिजाघर पर 'सामूहिक धर्मांतरण' का आरोप लगाते हुए उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले से भी जोडकर देखा जा रहा है।

उत्तराखंड सरकार ने पुलिस को कार्रवाई करने को कहा

पिछले महीने उत्तराखंड सरकार ने कुछ विशेष क्षेत्रों में जनसंख्या में अत्यधिक वृद्धि होने से आ रहे जननांकीय परिवर्तन और ‘कतिपय समुदाय के लोगों का उन क्षेत्रों से पलायन’ के रूप में सामने आ रहे कुप्रभाव से वहां का सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की संभावना के मददेनजर पुलिस को कार्रवाई करने को कहा था। इस संबंध में एहतियाती कदम उठाने के निर्देश देते हुए प्रत्येक जिले में क्षेत्रों का चिन्हीकरण करते हुए वहां निवास कर रहे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर करवाई करने के भी निर्देश दिए गए थे।

इसके साथ ही जिलेवार ऐसे व्यक्तियों की सूची तैयार करने को भी कहा गया जो अन्य राज्यों से आकर यहां रह रहे हैं और जिनका आपराधिक इतिहास भी है। ऐसे लोगों का व्यवसाय और मूल निवास स्थान का सत्यापन करके उनका रिकॉर्ड तैयार करने को कहा गया। जिलाधिकारियों को इन क्षेत्र विशेष में भूमि की अवैध ख़रीद–फरोख्त पर विशेष निगरानी रखने को भी कहा गया है और यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कहीं कोई व्यक्ति किसी के डर या दवाब में तो अपनी संपत्ति नहीं बेच रहा है।