मसूरी : उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी की जयंती लोक संस्कृति दिवस पर राज्य आंदोलनकारियों ने उन्हें याद किया व उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष अनुत गुप्ता ने बडोनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया व कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
मालरोड स्थित इंद्रमणि बडोनी चैक पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में राज्य आंदोलनकारियों एवं शहर के नागरिकों ने इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि इंद्रमणि बडोनी ने राज्य निर्माण में अहम योगदान दिया, जिस कारण उनका नाम उत्तराखंड का गांधी पड़ा।
उन्होंने उप्र विधानसभा में रहते हुए जहां अपनी विधानसभा के विकास को प्राथमिकता से उठाया, वहीं राज्य निर्माण के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उनके आदर्शों पर चलना चाहिए व उनके बताये रास्ते पर चलकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि चौक पर बडोनी जी की आदमकद प्रतिमा लगायी जायेगी, इसके लिए निरंकारी मिशन से भी बात की जायेगी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रदीप भंडारी ने कहा कि पहाड़ के गांधी इंद्रमणि बडोनी को आज लोग भूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मौके पर उपजिलाधिकारी के माध्यम से पीबी फिल्मस प्रोडक्शन की ओर से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया। जिसमें मांग की गई कि इंद्रमणि बडोनी की जयंती देश व अन्य महा पुरूषों की भांति शासन प्रशासन की ओर से भव्य स्वरूप में मनाया जाय।
उनकी प्रतिमा विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास व सरकारी कार्यालयों मेें लगाई जाय व उनका जीवन परिचय स्कूली पाठयक्रम में शामिल किया जाय। कार्यक्रम को जय प्रकाश उत्तराखंडी ने भी संबोधित किया। इस मौके पर देवेश्वर जोशी, पूर्व सभासद केदार चैहान, देवी गोदियाल, नरेंद्र पडियार, त्रिलोक चैहान, पूरण जुयाल, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
वहीं दूसरी ओर बडोनी जयंती लोक संस्कृति दिवस पर शहीद स्थल पर कार्यक्रम आयोजित किए गये जिसमें संस्कृति विभाग के तत्वाधान में लोक कलाकारों की टीम ने मनमोहक लोक नृत्यों की प्रस्तुति देकर दर्शकों व पर्यटकों को झूमने पर मजबूर किया। इस मौके पर प्रदीप भंडारी एवं पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने पहाड़ के गांधी में जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।