उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के विश्वभारती विश्वविद्यालय के परिसर का दौरा किया और यहां नवीनीकृत ‘श्यामली’ इमारत का उद्घाटन किया। यह एक कच्चा मकान है जिसका इस्तेमाल अक्सर रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास के तौर पर किया जाता था।
महात्मा गांधी भी शांति निकेतन में अपने प्रवास के दौरान पत्नी के साथ ‘श्यामली’ में ठहरे थे। विश्वविद्यालय की आगंतुक पुस्तिका में लिखे गए एक नोट में उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस स्थान में शांति, राष्ट्रवाद और प्रकृति के प्रति प्रेम समाहित है।
नायडू ने कहा, “नवीनीकृत ‘श्यामली’ का दौरा कर सम्मानित और भावुक महसूस कर रहा हूं, वह स्थान जहां गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर रहे और जहां महात्मा गांधी ठहरे और विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। यह हम सभी के लिए प्रेरणा स्थल है जिससे हम शांति, राष्ट्रवाद और प्रकृति के प्रति प्रेम के लिए प्रेरित हों। मैं महान राष्ट्र के महान पुत्र की स्मृतियों को सलाम करता हूं।”
सूत्रों के मुताबिक, नायडू को आज ही कोलकाता में भी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के उत्तरायन परिसर में ‘श्यामली’ के अलावा चार अन्य घर हैं और इनके सामने बड़ा सा बागीचा है। टैगोर बारी-बारी से इन घरों में रहते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ विश्वविद्यालय का दौरा किया था। प्रधानमंत्री ने तब परिसर में बांग्लादेश भवन का उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री इस संस्थान के आचार्य (चांसलर) भी है।