विशाखापट्नम तट पर बंगाल की खाड़ी में एक विशाल ब्लैक मार्लिन मछली के हमले में एक मछुआरे की मौत हो गई। मछुआरे पर विशाल मछली ने उस वक्त हमला किया, जब वह चार अन्य लोगों के साथ तट से 60 समुद्री मील में मछली पकड़ रहा था। हालांकि यह इस क्षेत्र की पहली घटना बताई जा रही है।
मछुआरे की गई जान
परवाड़ा मंडल के मुथ्यालम्मा पालेम के मोली जोगन्ना (40) चार अन्य लोगों के साथ मंगलवार शाम को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने गए थे और अगली सुबह होने तक मछली पकड़ते रहे।उन्होंने एक बड़ी मछली को जाल में फंसाया और चूंकि वह भारी थी और वे जाल नहीं उठा पा रहे थे, इसलिए मोली जोगन्ना पानी की जांच करने के लिए पानी में चला गया। अचानक, मछली बाहर निकली और अपने नुकीले थूथन से जोगन्ना के पेट में छेद कर दिया। अन्य मछुआरों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन व्यर्थ रहा।
मार्लिन मछली ने किया था हमला
जानकारी के मुताबिक जोगन्ना के साथ आए मछुआरों का कहना है कि उन पर ‘कोमू कोनम’ ने हमला किया था, जिसे स्थानीय रूप से ब्लैक मार्लिन मछली बुलाया जाता है। जोगन्ना के शव को अन्य मछुआरे किनारे पर लाए। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए।
पोस्टमार्टम में सामने आया मामला
शव को पोस्टमार्टम के लिए अनाकापल्ले के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। परवाड़ा पुलिस ने कहा कि मामला जांच के लिए तटीय सुरक्षा पुलिस को सौंप दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अतीत में मछुआरों पर विशालकाय मछलियों के हमले की घटनाएं हुई हैं, लेकिन यह पहली घटना थी जहां हमले में किसी मछुआरे की जान चली गई। कहा जाता है कि मार्लिन मछली बहुत आक्रामक और तेज तैराक होती है और अपने तेज ऊपरी थूथन से हमला करती है। सर्दियों के महीनों में मार्लिन को अक्सर विशाखापट्नम समुद्र तट पर देखा जाता है।