केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की नयी योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर विरोध प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है। विपक्ष भी ‘अग्निपथ’ का पुरजोर विरोध कर रहा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल वी. के. सिंह ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए केंद्र द्वारा लायी गई अग्निपथ योजना के संदर्भ में लोगों को उकसाकर विवाद उत्पन्न कर रहे हैं।
अग्निपथ को लेकर हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के बारे में नागपुर हवाईअड्डा पर संवादाताओं से वीके सिंह ने कहा, ‘‘योजना में कोई विवाद नहीं है, लेकिन विपक्ष विवाद उत्पन्न कर रहा है, जिसके पास करने को कुछ और नहीं है। वे ईडी द्वारा चारों ओर से घेर लिये गए हैं…।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को गलत चीजें बताई जा रही हैं और उन्हें उकसाया जा रहा है। जब योजना की शुरुआत शेष है, ऐसे में विवाद कहां है? ’’ मंत्री ने कहा कि सेना कभी भी बड़े पैमाने पर नौकरी-प्रदाता नहीं रही है।
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उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को कुछ खास शर्तों को पूरा करने के बाद सेना और अन्य सशस्त्र बलों में नौकरी मिलती है, जिनमें काफी कुछ किया जाना होता है। यदि वे (अग्निवीर) अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो उन्हें सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इसके अलावा, शेष को एक अच्छा वित्तीय पैकेज दिया जाएगा। हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों और गृह मंत्रालय ने उन्हें सैन्य बलों में प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है। ’’