पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के बीच उलुबेरिया में टीएमसी नेता के घर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें और वीवीपैट स्लिप बरामद हुई। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए टीएमसी पर हमलावर हो गई। मामले में चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए सेक्टर ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया है।
दरअसल, हावड़ा जिले के उलबेरिया इलाके में टीएमसी नेता गौतम घोष के घर से ग्रामीणों ने ईवीएम मशीन, 4 वीवीपैट की मशीनों को बरामद किया। विधानसभा सीट नंबर 177 के सेक्टर 17 में हुए इस मामले में चुनाव आयोग ने जांच की तो पाया कि सेक्टर ऑफिसर तपन सरकार रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट के साथ अपने सेक्टर में मौजूद थे। वो रात में अपने रिश्तेदार के घर जाकर सोए, तब मशीनें अपने साथ ही ले गए और उनके रिश्तेदार कोई और नहीं बल्कि टीएमसी के नेता थे।
जानकारी के मुताबिक रात में तपन सरकार टीएमसी नेता के घर पर ही सोए थे। आयोग ने तपन सरकार की इस हरकत को दिशानिर्देशों का बड़ा उल्लंघन करार दिया है। मामला सामने आने के बाद आयोग ने तत्काल प्रभाव से तपन सरकार को सस्पेंड कर दिया है और उन्हें इससे भी बड़ी सजा दी जा सकती है।
चुनाव आयोग ने इस मामले में सेक्टर ऑफिसर तपन सरकार के साथ-साथ पुलिस की पूरी टुकड़ी को भी सस्पेंड कर दिया है।चुनाव आयोग कई अन्य अफसरों पर भी एक्शन ले ले सकता है। हालांकि, आयोग का कहना है कि जो ईवीएम मिली हैं, वो रिजर्व की थीं। ऐसे में उनका वोटिंग से कोई लेना-देना नहीं है।
गड़बड़ी का आरोप लगा रहे स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बीच केंद्रीय बलों की बड़ी टीम को इलाके में तैनात करना पड़ा। यहां तक कि भीड़ को शांत कराने पहुंचे प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) का भी घेराव किया गया। बीजेपी प्रत्याशी चिरन बेरा ने आरोप लगाया कि यह घटना चुनाव में धांधली करने की टीएमसी की योजना का हिस्सा है।
सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “यह टीएमसी की पुरानी आदत है। पुरानी आदतें छोड़ने में वक्त लगता है। उन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया जो उनकी मंशा को दिखाता है।” चुनाव के तीसरे चरण के तहत इलाके में मतदान जारी है।