पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने अलग गोरखालैंड राज्य के गठन का कभी वादा नहीं किया। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग सीट पर जीत हासिल की थी ।
घोष ने कहा कि असम की तरह पश्चिम बंगाल में भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को शीघ्र लागू किया जाएगा। जलपाईगुड़ी जिले में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘हम गोरखा लोगों की प्रगति चाहते हैं। हम गोरखालैंड राज्य की मांग से सहानुभूति रखते हैं लेकिन अलग राज्य का कभी वादा नहीं किया था।’’
प्रदेश भाजपा प्रमुख के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दार्जिलिंग के विधायक और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) के प्रवक्ता नीरज जिम्बा ने कहा, ‘‘दिलीप घोष की अपनी राजनीतिक बाध्यता है लेकिन इससे अलग गोरखालैंड राज्य के लिए हमारी मांग नहीं थमेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम मुद्दे का स्थायी राजनीतिक समाधान चाहते हैं।’’ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के फरार नेता बिमल गुरूंग ने लोकसभा चुनाव के पहले इस साल अप्रैल में पीटीआई को दिये गए एक साक्षात्कार में दावा किया था कि भाजपा ने गोरखालैंड की मांग पर गौर करने का वादा किया था ।