पश्चिम बंगाल की सियासत का इस समय पारा चढ़ा हुआ है। विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी ने खुद को पार्टी से अलग कर लिया है। उन्होंने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले बुधवार को अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा, ‘मैं पार्टी के सदस्य के रूप में और सभी पदों से तथा पार्टी के सहयोगी संगठनों से इस्तीफा दे रहा हूं।’ उन्होंने यह भी लिखा है कि पार्टी ने मुझे जो कार्य दिए और जिन चुनौतियों का मैंने निर्वहन किया तथा जो समय मैंने गुजारा, उसके लिए मैं आपका शुक्रगुजार हूं।’
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तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता शुभेंदु अधिकारी को विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद डर है कि सत्तारूढ़ ममता सरकार पार्टी छोड़ने के कारण अब उनसे बदला ले सकती है। शुभेंदु अधिकारी ने इस्तीफा देने के बाद कहा है कि उन्हें डर है कि उनका राजनीति रुख बदलने के बाद अब पश्चिम बंगाल की पुलिस उन्हें फर्जी और झूठे आपराधिक मामलों में फंसा सकती है। अधिकारी ने इस संबंध में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को चिट्ठी लिख मदद मांगी है।
बता दें कि इससे पहले राज्य के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट ने 2019 के एक हत्या के मामले में टीएमसी छोड़ बीजेपी का हाथ थामने वाले बंगाल के कद्दावर नेता मुकुल रॉय पर भी मामला दर्ज किया था। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र का हिस्सा) के तहत केस दर्ज किया गया था।