महाराष्ट्र की सियासत में पिछले कुछ समय से हलचल मची हुई थी, क्योंकि उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई थी। शिवसेना की तरफ से बीजेपी को भला बुरा कहा जा रहा था, क्योंकि बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को सीएम बना दिया। लेकिन, अब एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बनी सरकार में मतभेद दिखना शुरू हो गया है।
दरअसल, बीते दिन शिंदे ने मंत्रिमंडल बैठक बुलाई थी, जहां शिंदे गुट के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार को कैबिनेट मीटिंग में ही पूर्व सीएम फडणवीस ने नसीहत दे दी थी। इस दौरान खुद सीएम एकनाथ शिंदे और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मामला जो सामने आया है, उसके मुताबिक मंत्री सत्तार की तरफ से सीएम किसान सम्मान योजना का ऐलान करने पर फडणवीस ने ऐतराज जताया था।
मैंने नहीं किया था योजना का ऐलान : अब्दुल सत्तार
एक रिपोर्ट के अनुसार फडणवीस ने कड़े शब्दों में कहा था कि विभाग की योजनाओं की घोषणा करते समय आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप पहले मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री से चर्चा करें। ना की बिना सोचे समझे ऐलान कर दे। जब फडणवीस ये सब बोल रहे थे, तब वहां सभी लोग थे।
इस बारे में जब आज मीडिया ने मंत्री से सवाल किया तो उन्होंने मामले की पूरी सच्चाई बता दी। उन्होंने कहा की, वो बस अपने विचार सामने रख रहे थे, जबकि मीडिया ने ऐसा दिखाया की उन्होंने ऐलान कर दिया है। अब्दुल सत्तार ने कहा, ‘ मुझे उपमुख्यमंत्री ने हंसते हुए समझाया था। उनका कहना था की नीतिगत फैसलों के बारे में पहले नहीं बोलना चाहिए। ‘